डेंगू बुखार से पीडि़त मरीजों को जहां बड़ी अस्पतालों के लिये रैफर कर दिया जाता है। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सकों द्वारा केन्द्र पर ही मरीजों को उचित उपचार दिया जा रहा है। जिससे वह भोपाल, इंदौर के महंगे इलाज से बच सके।
जिलेभर में अधिकतर गंभीर बुखार से पीडि़त मरीजों को उचित उपचार के लिये भोपाल या बड़े अस्पतालों में रैफर कर दिया जाता है। जहां मरीजों को अपने इलाज में हजारों रुपये खर्च करने पड़ते है।
नगर की शासकीय अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा अस्पताल में ही मरीजों को डेंगू जैसे बुखार का उचित उपचार किया जा रहा है। जिससे मरीज आर्थिक खर्च से तो बच ही रहे है। साथ में पारिवारिक परेशानी से भी बच रहे है।
दो दिन मे आए पांच डेंगू पाजिटिव….
अस्पताल मेंं दो दिन में इलाज कराने आए मरीजों में पांच मरीज डेंगू के पाजिटिव पाये गए। जिसमे से तीन मरीजों को अस्पताल में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। तथा दो मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।
मेडिकल आफिसर डा. दिनेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आने वाले डेंगू से पीडि़त मरीज मुंगावली के निवासी होकर बाहर रहकर इंदौर एवं गुना में काम करते थे। किंतु यह बीमार होने पर अपने घर वापिस आ गये। जब यह अस्पताल इलाज कराने पहुंचे तो इनकी जांच करवाई गई।
जांच में डेंगू के लक्षण पाजिटिव पाये गए। दो दिन में जो मरीज आये थे उनमें से तीन मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिलने पर वह स्वस्थ हो गए जिससे उन्हें छुट्टी दे दी गई। बांकी दो मरीजो का उपचार किया जा रहा है।
एक दिन में दोगुने हुए प्लेटलेट्स……
चिकित्सकों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में डेढ़ से 4.5 लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं। अगर प्लेटलेट्स 1.5 लाख से कम होते है तो मरीज की हालत बिगडऩे लगती है। जिसके बाद प्रतिदिन प्लेटलेट्स का टेस्ट करवाते है।
डा. त्रिपाठी के अनुसार अगर प्लेटलेट्स गिरकर 20 हजार तक या उससे नीचे हों तो प्लेटलेट्स चढ़ाने पड़ते हैं। लेकिन मुंगावली अस्पताल में अभी तक जितने मरीज आये है उनमें सबसे कम प्लेटलेट्स 22 हजार के आसपास थे, जिनको इलाज के द्वारा बड़ा दिया गया है।
रामनिवास ग्राम हिन्नोदा, थान सिंह कोरी बहादुरपुर, रमेश अहिरवार गदूली के प्लेटलेटस बढऩे के बाद स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई। वही समुंदर सिंह यादव बंधी एवं इंद्रपाल सिंह यादव सावलेहड़ा का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इंद्रपाल सिंह सोमवार को भर्ती हुए थे जब उनके प्लेटलेट्स 62 हजार थे, जो अब एक दिन में बढ़कर एक लाख 12 हजार हो गए है। जिसकी जांच भी अस्पताल की लैब में की जा रही है।