विरोध प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में कहा कि देश की सभी राजनीतिक पार्टियां अवसरवादी हो गईं, जो सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट को दुरुपयोग के चलते अपने आदेश के द्वारा संशोधित किया गया था, लेकिन सरकार व राजनीतिक पार्टियां राजनीतिक स्वार्थ के चलते वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने का अध्यादेश लाकर कोर्ट के आदेश को प्रभावहीन किया है। जो कि घोर निंदनीय है।
युवाओं का कहना है कि शुक्रवार को निकाली गई सभी सांसदों की शवयात्रा के बाद 24 सितंबर को तेरहवीं का कार्यक्रम किया जाएगा। इसमें युवाओं द्वारा शहर में ब्राह्मणभोज कराया जाएगा। साथ ही युवाओं का यह भी कहना है कि तेरहवीं के लिए वह बकायदा शोक संदेश सांसदों के परिवारों को भेजकर उन्हें इस तेरहवीं के कार्यक्रम में आमंत्रित भी करेंगे। वहीं तेरहवीं के लिए लिखे जाने वाले शब्द ही इस शोक संदेश में लिखे जाएंगे। शहर के युवाओं का कहना है कि देश के प्रत्येक सांसद के परिवार को यह शोक संदेश पोस्ट के माध्यम से भिजवाए जाएंगे।
सर्व अल्पसंख्यक, पिछड़ा और सामान्य वर्ग समिति का कहना है कि पांच सैंकड़ा से अधिक युवाओं द्वारा कराए गए मुंडन से निकले बालों को एकत्रित कर लिया गया है। उन्हें बॉक्स में पैक करके पोस्ट के माध्यम से सभी सांसदों और भाजपा-कांग्रेस सहित राजनैतिक पार्टियों के कार्यालयों को भिजवाया जाएगा। ताकि उन्हें शहर में हुए विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिल सके।