scriptअगर आपके पास आए कोई फर्जी कॉल तो रहें अलर्ट, जानिए क्यों… | 96 thousand rupees for the insurance policy being lapsed and cheated | Patrika News

अगर आपके पास आए कोई फर्जी कॉल तो रहें अलर्ट, जानिए क्यों…

locationअशोकनगरPublished: May 18, 2022 12:01:42 am

Submitted by:

Manoj vishwakarma

एसबीआई के नाम पर फिर धोखाधड़ी, बीमा पॉलिसी लेप्स होने का दिखाया और फोन पे करा लिए 96 हजार रुपए

अगर आपके पास आए कोई फर्जी कॉल तो रहें अलर्ट, जानिए क्यों...

अगर आपके पास आए कोई फर्जी कॉल तो रहें अलर्ट, जानिए क्यों…

अशोकनगर. बैंक अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने के मामले जिले में रुकते नजर नहीं आ रहे हैं। जहां फिर से ठग ने एक सेवा निवृत्त कर्मचारी को निशाना बनाया, बीमा पॉलिसी का डर दिखाकर दो बार में उससे 96 हजार रुपए फोन पे करा लिए। इस धोखाधड़ी की शिकायत सेवानिवृत्त कर्मचारी ने पुलिस थाने में की है।
मामला शहर का है, हिरिया के टपरा क्षेत्र में रहने वाले पीएचई के सेवानिवृत्त हैंडपंप तकनीशियन हनुमंतङ्क्षसह ओझा ने थाने में शिकायत कर कहा कि 8 अप्रेल को उसके मोबाइल पर फोन आया और कहा कि आपकी एसबीआई बीमा पॉलिसी लेप्स होने वाली है, तुरंत ही 32 हजार 500 रुपए फोन पे से जमा कराना होंगे। इससे हनुमंतङ्क्षसह ने यह राशि फोन पे कर दी। इसके बाद 27 अप्रेल को फिर से फोन आया कि बीमा पॉलिसी लेप्स होने वाली है, 63 हजार 500 रुपए फोन पे से जमा कराना होंगे, इससे उसने फिर से यह राशि फोन पे कर दी।
बैंक जाने पर पता चले कि फर्जी थे फोन कॉल

हनुमंतङ्क्षसह का कहना है कि जब दो बार फिर से फोन आया और बीमा पॉलिसी लेप्स होन की बात कही गई, तो उसने बैंक जाकर बात की और कहा कि दो बार राशि जमा करा चुका है, लेकिन बार-बार बैंक से फोन आ रहे हैं। इससे बैंक ने बताया कि वह फोन पे से राशि जमा कराने नहीं कहते, वह फोन कॉल फर्जी थे। इससे हनुमंतङ्क्षसह ने थाने में शिकायत कर धोखाधड़ी करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
इधर, पति के चरित्र पर करती थी संदेह और खा लिया जहर, मौत

अशोकनगर. पत्नी को पति के चरित्र पर शंका थी और इसी शंका के चलते उसका पति से विवाद हुआ। बाद में पत्नी ने जहर खा लिया। जिसे परिजनों ने इलाज के लिए भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका के भाई ने मारपीट का आरोप लगाया है। मामला क्षेत्र के खजूरिया गांव का है। जहां रहने वाली 23 वर्षीय गीता पत्नी जितेंद्र केवट को जहर खाने से परिजनों ने सुबह साढ़े नौ बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि गीताबाई अपने पति जितेंद्र केवट के चरित्र पर शंका करती थी। मृतका के भाई सुनील का कहना है कि जितेंद्र ने किसी से रुपए उधार लिए थे, उधारी के पैसे चुकाने विवाद हुआ तो उसने पत्नी गीता से पैसे मांगे। इससे गीता ने कहा कि उस महिला से तुम्हारे संबंध है, इसी बात पर पति ने मारपीट कर दी। सुनील ने बताया कि जब मारपीट की जानकारी मिली तो वह पहुंचा और पति-पत्नी में सुलह भी हो गई, लेकिन सुबह उसने कीटनाशक पी लिया।
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