रविवार को सुबह पीडि़त अवधेश कुमार पुत्र छोटेलाल प्रजापति एसपी बंगले पर अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे। जहां करीब डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद भी एसपी से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। बाद में एसपी ऑफिस में पहुंचकर उन्होंने पुलिस की ज्यादती की शिकायत की।
अवधेश ने बताया कि शनिवर उनका अपने भाई से पारिवारिक विवाह है। शनिवार को सुबह करीब 10 बजे पुलिसकर्मियों ने कहा कि पूछताछ के लिए साहब बुला रहे हैं। थाने ले जाकर बीच रोड पर डंडों व बेल्टों से बेतहाशा मारपीट की और 110 बैठक लगवाई। इसके बाद थाने के अंदर दीवान अनिल शर्मा व दो अन्य पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की। मां किरण बाई, पत्नि बबीता व बच्चे मिलने पहुंचे तो उन्हें भी बैठा लिया और मां व पत्नि से भी मारपीट कर दी। परिवार के सामने दोबारा उनके साथ मारपीट की गई।
छोडऩे के एवज में मांगे 20 हजार
इसके बाद पत्नि व मां को गुना जेल भेजने की धमकी देते हुए उन्हें छोडऩे के लिए 20 हजार रुपए की मांग की गई। अवधेश ने दुकान पर कर्मचारी को फोन लगाकर पैसे देने को कहा। उनका छोटा भाई अज्जू रुपए लेकर थाने पहुंचा। तब जाकर परिवार को छोड़ा और उन्हें धारा 151 में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। जहां से उन्होंने जमानत ली। रात में न तो कुछ खा पाए और न ही सो पाए। कच्ची शराब के साथ उसकी फोटो खींच ली और कहा जब तेरी जरूरत होगी तब बुला लूंगा।
बच्चों को पानी तक नहीं दिया
अवधेश की पत्नि बबीता ने बताया कि उनके बच्चों के हाथ में तकलीफ थी। जिसे दिखाने डाक्टर के पास जाना था। वे मिन्नतें करती रहीं कि बच्चों को ले जाने दो, लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी। धूप में खड़ा करके रखा और पानी तक पीने को नहीं दिया। बच्चों के लिए पानी मांगा तो भी पुलिसकर्मियों का दिल नहीं पसीजा। बच्चे भी प्यासे खड़े रहे।
आरक्षक देवेन्द्र चौहान और अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। फरियादी का मेडीकल करवाया गया है और मामले की जांच एसडीओपी को सौंपी है।
-तिलकसिंह, एसपी अशोकनगर