बाद में तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर समस्याएं सुनीं, जहां छात्रों ने प्राचार्य के सामने ही खड़े होकर प्राचार्य पर अनदेखी करने के आरोप लगाए। हालांकि तहसीलदार की समझाईश पर कार्यकर्ताओं ने गेट खोला। गुरूवार को दोपहर करीब 12 बजे शहर के नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने गेट बंद कर हंगामा किया और कलेक्टर को ही समस्याएं बताने की मांग पर करीब एक घंटे तक अड़े रहे। जानकारी मिलने पर भारी संख्या में कॉलेज में पुलिस बल तैनात हो गया और तहसीलदार इसरार खान ने कॉलेज पहुंचकर छात्रों और कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनीं। हालांकि गेट में ताला लगा होने से प्राचार्य डॉ.डीआर राहुल भी दूसरे रास्ते से निकलकर वहां पहुंचे।
जहां पर कार्यकर्ताओं और छात्रों ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को अव्यवस्थाओं का ज्ञापन दिया। तहसीलदार ने समझाकर कॉलेज के गेट खुलवाए और बाद में प्राचार्य कक्ष में पहुंचकर छात्रों की समस्याओं को प्राचार्य के सामने रखा। तहसीलदार ने कहा कि कमेटी बनाकर आपस में बैठकर व्यवस्थाएं सुधारें और यदि एक सप्ताह में व्यवस्थाएं नहीं सुधरती हैं तो फिर प्रशासन को बताएं। छात्र बोले कई बार प्राचार्य को बता चुके, फिर नहीं ध्यान- कार्यकर्ताओं और छात्रों ने प्राचार्य के सामने ही प्राचार्य पर आरोप लगाए कि कॉलेज में अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं और कई विषयों को पढ़ाने वाले तो शिक्षक ही नहीं है। केमिस्ट्री की भी क्लास कई वर्षों से नहीं लगी है।
शिकायतों के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जहां प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज में पांच हजार छात्र हैं और पढ़ाने के लिए पांच प्रोफेसर भी नहीं है, जो थे उन्हें जिले में नवीन खुले कॉलेजों में भेज दिया गया है। वहीं एबीवीपी ने कहा कि अन्य स्कूलों की तरह कॉलेज में भी रोजाना राष्ट्रगान क्यों नहीं करवाया जाता है। इस पर प्राचार्य ने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि रोजाना करवाएं, राष्ट्रध्वज का नियम है इसलिए रोजाना राष्ट्रध्वज फहराते हैं। सीसीटीवी कैमरे बंद, कॉलेज में घूमते रहते हैं बाहरी तत्व- एबीवीपी की छात्रा प्रमुख अंजली शर्मा ने कहा कि कॉलेज में छात्राओं के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं। जिन्हें सुधरवाया नहीं जा रहा है। कई छेडख़ानी के मामले हो जाते हैं, छात्राओं को कॉमन रूम भी नहीं है। बाहरी तत्वों का कॉलेज में आना-जाना रहता है और कई लोग तो कॉलेज में ही खड़े होकर स्मोकिंग तक करते रहते हैं। कई बार शिकायत की, लेकिन बाहरी तत्वों को रोकने पर कोई ध्यान नहीं देता है। साथ ही अन्य छात्रों और छात्राओं ने भी इसी तरह की कई समस्याएं बताईं। वहीं पेयजल की भी समस्या बताई, तो प्राचर्य ने कहा कि पानी की व्यवस्था करवा दी गई है।
छात्रों ने यह बताईं कॉलेज में समस्याएं- – कॉलेज में प्राचार्य भी समय पर नहीं आते हैं और समय से पहले घर चले जाते हैं। छात्रवृत्तियों के आवेदन लेने के लिए कोई नियमित कर्मचारी भी नहीं है, इससे आवेदन फॉर्म की जानकारी भी नहीं मिल पाती। छात्रवृत्ति को उचित कक्ष और स्टाफ की व्यवस्था की जाए। – कॉलेज में वाटर कूलर खराब पड़े हुए हैं, इससे पीने के पानी की समस्या है। लाईब्रेरी में पुस्तकों की कमी है। पुस्तकों की व्यवस्था की जाए और वाटर कूलर चालू करवाकर पेयजल की व्यवस्था करवाई जाए। ताकि छात्रों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
– लागू किए गए डे्रस कोड को नियमित किया जाए और छात्रा कॉमन रूम की व्यवस्था कॉलेज में शीघ्र करवाई जाए, ताकि छात्राओं को परेशान न होना पड़े। असामाजिक तत्वों का आना-जाना होने से कॉलेज मे सुरक्षा के लिए समय-समय पर जांच भी करवाई जाए।
– कॉलेज में आने वाले सभी लोगों के वाहन पार्किंग में खड़े किए जाएं और एक कर्मचारी की वहां नियमित रूप से ड्यूटी लगाई जाए, ताकि रास्तों पर बेतरतीव तरीके से वाहन खड़े न हो सकें और निकलने में छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना न करना पड़े।