मंगलवार को दोपहर के समय कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मनोरमा कौशिक और प्राची शर्मा, तहसीलदार यूसी मेहरा व मंडी प्रशासन की टीम जिले के अथाईखेड़ा कस्बे में चल रही बिना लाइसेंस अनाज की खरीदी पर कार्रवाई करने पहुंचीं। दुकानदारों ने जब उन्हें दुकानों में घुसने नहीं दिया टीम ने पुलिस बुलवाई, इससे बहादुरपुर थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के पहुंचते ही दुकानदार दुकानों में ताला लगाकर भाग गए। हालांकि बाद में तहसीलदार ने ताले तोडऩे के निर्देश दिए तो दुकानदारों ने आकर ताले खोल दिए। इससे महावीर जैन, पवनकुमार संजीवकुमार जैन, सुरेंद्र किराना, प्रदीप जैन और बालकृष्ण की दुकान से 1163 क्विंटल उड़द, 392 क्विंटल सोयाबीन, 515 क्विंटल मसूर, 100 क्विंटल धना और 50-50 क्विंटल चना-गेहूं जब्त किया। दोपहर 12 बजे से अथाईखेड़ा में शुरू हुई यह कार्रवाई शाम को सात बजे तक जारी रही। जिसका पंचनामा बनाकर जब्त अनाज को सुपुर्द कर दिया गया है। अब इस बिना लाइसेंस खरीदी पर मंडी प्रबंधन द्वारा कार्रवाई की जाएगी और दुकानदारों से मंडी टैक्स भी वसूल किया जाएगा।
डेढ़ प्रतिशत लगता है मंडी टैक्स
मंडी अधिकारियों के मुताबिक गेहूं, चना, उड़द, सोयाबीन, मसूर, धना सहित सभी प्रकार के अनाज की मंडी में खरीदी करने वाले व्यापारी को डेढ़ फीसदी मंडी टैक्स चुकाना पड़ता है। यदि कोई व्यापारी 100 रुपए का अनाज खरीदता है तो उसे डेढ़ रुपए मंडी में टैक्स के रूप में जमा कराना पड़ेंगे। जब्त हुए इस अनाज की कीमत वर्तमान मंडी रेट के अनुसार करीब 76.43 लाख रुपए से ज्यादा है। यदि यह अनाज मंडी में लाईसेंस धारी व्यापारी ने खरीदा होता तो इससे मंडी को करीब 1.15 लाख रुपए मंडी टैक्स मिलता। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि बिना लाइसेंस और बिना मंडी टैक्स चुकाए खरीदे गए इस अनाज पर अब दुकानदारों को पांच से 10 गुना मंडी टैक्स चुकाना पड़ेगा।
मंडी अधिकारियों के मुताबिक गेहूं, चना, उड़द, सोयाबीन, मसूर, धना सहित सभी प्रकार के अनाज की मंडी में खरीदी करने वाले व्यापारी को डेढ़ फीसदी मंडी टैक्स चुकाना पड़ता है। यदि कोई व्यापारी 100 रुपए का अनाज खरीदता है तो उसे डेढ़ रुपए मंडी में टैक्स के रूप में जमा कराना पड़ेंगे। जब्त हुए इस अनाज की कीमत वर्तमान मंडी रेट के अनुसार करीब 76.43 लाख रुपए से ज्यादा है। यदि यह अनाज मंडी में लाईसेंस धारी व्यापारी ने खरीदा होता तो इससे मंडी को करीब 1.15 लाख रुपए मंडी टैक्स मिलता। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि बिना लाइसेंस और बिना मंडी टैक्स चुकाए खरीदे गए इस अनाज पर अब दुकानदारों को पांच से 10 गुना मंडी टैक्स चुकाना पड़ेगा।
सरकारी खरीद में बेचकर मुनाफा उठाने की थी कोशिश
वर्षों से चल रहे इस अवैध खरीदी के कारोबार पर प्रशासन ने पहली बार कार्रवाई की है। इससे दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है। दो दिन पहले कदवाया में भी प्रशासन दुकानदारों पर कार्रवाई कर अनाज जब्त कर चुका है। अधिकारियों का कहना है कि यह दुकानदार इतनी बड़ी मात्रा में जहां किसानों से तो सस्ती दर पर अनाज खरीद लेते हैं, लेकिन बाद में इस अनाज को सरकारी खरीद में खपा दिया जाता है। इससे दुकानदार सरकारी खरीद का भी लाभ उठा लेते हैं। अधिकारियों के मुताबिक दुकानदारों द्वारा यह अनाज सरकारी खरीद में खपाने की योजना थी।
वर्षों से चल रहे इस अवैध खरीदी के कारोबार पर प्रशासन ने पहली बार कार्रवाई की है। इससे दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है। दो दिन पहले कदवाया में भी प्रशासन दुकानदारों पर कार्रवाई कर अनाज जब्त कर चुका है। अधिकारियों का कहना है कि यह दुकानदार इतनी बड़ी मात्रा में जहां किसानों से तो सस्ती दर पर अनाज खरीद लेते हैं, लेकिन बाद में इस अनाज को सरकारी खरीद में खपा दिया जाता है। इससे दुकानदार सरकारी खरीद का भी लाभ उठा लेते हैं। अधिकारियों के मुताबिक दुकानदारों द्वारा यह अनाज सरकारी खरीद में खपाने की योजना थी।
टीम पहुंची तो कह दिया भाजपा कार्यालय
-टीम प्रदीप जैन की दुकान पर पहुंची, तो ताला लगा मिला। परिजनों ने प्रदीप के खेत पर जाना बताया। तहसीलदार ने बिल्डिंग के ताले तोडऩे के निर्देश दिए तो परिजनों ने भाजपा कार्यालय होना बताया, बाद में कहा स्कूल है। तहसीलदार ने दुकान के पीछे से प्रदीप जैन को लाकर ताले खुलवाए। पवनकुमार संजीवकुमार की दुकान पर ताले लगे मिले, ताला खुलवाया तो अंदर पूरा कमरा अनाज के बोरों से भरा हुआ था। वहीं अंदर एक कमरे का गेट भी बोरों से दबा हुआ था, उसे खुलवाकर टीम ने दुकान से करीब 1200 क्विंटल अनाज जब्त किया। सुरेश किराना पर ताला लगते देख टीम ने पहले ही चाबी छीन ली, तो दुकानदार ने एक और ताला लगाकर महिलाओं को चाबी पकड़ा दी और कहा कि किराने की दुकान है। बाद में चाबी लेकर ताला खुलवाया तो अंदर खाद भी रखा मिला। गुना के एक व्यक्ति ने अपनी बिल्डिंग को किराए पर दिया, तो किराएदार ने अनाज की खरीदी शुरू कर दी और उसमें गोदाम बना दी। टीम पहुंची तो ताला लगा मिला, पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि दुकानदार तो यात्रा पर गया हुआ है। बाद में ताला खुलवाकर कार्रवाई की।
-टीम प्रदीप जैन की दुकान पर पहुंची, तो ताला लगा मिला। परिजनों ने प्रदीप के खेत पर जाना बताया। तहसीलदार ने बिल्डिंग के ताले तोडऩे के निर्देश दिए तो परिजनों ने भाजपा कार्यालय होना बताया, बाद में कहा स्कूल है। तहसीलदार ने दुकान के पीछे से प्रदीप जैन को लाकर ताले खुलवाए। पवनकुमार संजीवकुमार की दुकान पर ताले लगे मिले, ताला खुलवाया तो अंदर पूरा कमरा अनाज के बोरों से भरा हुआ था। वहीं अंदर एक कमरे का गेट भी बोरों से दबा हुआ था, उसे खुलवाकर टीम ने दुकान से करीब 1200 क्विंटल अनाज जब्त किया। सुरेश किराना पर ताला लगते देख टीम ने पहले ही चाबी छीन ली, तो दुकानदार ने एक और ताला लगाकर महिलाओं को चाबी पकड़ा दी और कहा कि किराने की दुकान है। बाद में चाबी लेकर ताला खुलवाया तो अंदर खाद भी रखा मिला। गुना के एक व्यक्ति ने अपनी बिल्डिंग को किराए पर दिया, तो किराएदार ने अनाज की खरीदी शुरू कर दी और उसमें गोदाम बना दी। टीम पहुंची तो ताला लगा मिला, पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि दुकानदार तो यात्रा पर गया हुआ है। बाद में ताला खुलवाकर कार्रवाई की।