अशोकनगर

बेतवा में आया उफान, 24 घंटे के भीतर राजघाट बांध का दो फीट बढ़ा जलस्तर

लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से जहां सूखने की कगार पर पहुंचीं उड़द-सोयाबीन की फसलों को जीवनदान मिल गया

अशोकनगरJul 14, 2018 / 09:04 am

Praveen tamrakar

Ashoknagar Collect water in the Amehi pond, quenching thirst for the city throughout the year.

अशोकनगर. लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से जहां सूखने की कगार पर पहुंचीं उड़द-सोयाबीन की फसलों को जीवनदान मिल गया, वहीं सूखे पड़े तालाबों में भी पानी बढऩे लगा है। भोपाल, विदिशा में हुई बारिश से जिले में बेतवा नदी का बहाव बढ़ गया है। इससे पिछले 24 घंटे में राजघाट बांध का जलस्तर दो फीट बढ़ गया है और अब हर सेकंड राजघाट बांध में 8.44 लाख लीटर पानी पहुंच रहा है।
बेतवा नदी में बहाव बढऩे से राजघाट बांध का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 0.6 मीटर बढ़कर शुक्रवार शाम तक 359.50 मीटर पर पहुंच गया है। वहीं बांध की कुल भराव क्षमता 371 मीटर है और अभी बांध 11.5 मीटर खाली है। सिंचाई विभाग के एसडीओ अमित आर्य के मुताबिक बेतवा में बहाव बढऩे से बांध में पानी आने की स्पीड बढ़ गई है और पानी के बहाव की स्पीड को देखते हुए यह लग रहा है कि आगे भी कई दिन तक इसी स्पीड से बांध में पानी आएगा। इससे बांध कुछ दिनों में भरने का अनुमान है।
हालांकि जिले में एक दिन पहले सिर्फ दो घंटे ही बारिश हुई और दूसरे दिन पानी रुक गया। इससे उफान पर आईं जिले की नदियों का उफान शांत हो गया है, लेकिन नदियों की धार अभी चालू है। इससे अब फिर से तेज बारिश होने पर बेतवा नदी में बहाव और तेज हो सकता है। राजघाट बांध से जिले में जिले सहित अन्य जिलों और उप्र में हजारों हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होती है, वहीं पूरा भरने पर बांध में बिजली उत्पादन यूनिट भी शुरू हो जाती है, इससे बांध से बिजली उत्पादन भी किया जाता है।

कोंचा में 2१ फीट, मोला सहित अन्य तालाबों में भी बढ़ा
बारिश की वजह से पिछले दस दिन में कोंचा बांध में दस फीट पानी भर चुका है। 29 फीट भराव क्षमता वाले इस तालाब में 11 फीट पानी पहले से था, इससे अब बांध का जलस्तर बढ़कर 21 फीट हो चुका है। इसके अलावा मोला बांध में 9 फीट और साजनमऊ बांध में भी जलस्तर बढ़ चुका है।
जिले के 31 तालाबों में से 30 तालाब सूखे हुए पड़े थे, इनमें बारिश की वजह से पानी पहुंचना शुरू हो गया है। हालांकि राजघाट को छोड़कर जिले के इन सभी 31 तालाबों में कुछ भराव क्षमता के मुकाबले मात्र 20 फीसदी ही पानी पहुंचा है। अभी भी यहां 80 प्रतिशत पानी की जरूरत है।

तुलसी सरोवर और अमाही ने खत्म की शहर की समस्या
शहर की प्यास बुझाने बाले अमाही तालाब में शुक्रवार शाम को भी साढ़े 13 फीट पानी दर्ज किया गया। वहीं तुलसी सरोवर तालाब में भी जलस्तर बढ़ गया है। इस दोनों तालाबों में पानी आने से शहर की पेयजल समस्या की चिंता खत्म हो चुकी है और शुक्रवार को नपाध्यक्ष सुशीला साहू ने अमाही तालाब पर पहुंचकर जलस्तर की हकीकत जानी। अमाही से जहां शहर में पेयजल सप्लाई होता है, तो तुलसी सरोवर में पानी बढऩे से शहर के ट््यूबवेलों और हैंडपंपों में भू-जल स्तर बढ़ जाता है।
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