मामला मुंगावली विधायक बृजेंद्रसिंह यादव के गांव सूरैल का है। गांव के शिवराजसिंह और हरिओम ने एसपी पंकज कुमावत के पास पहुंचकर शिकायत की कि वह गांव के मतदान केंद्र पर भाजपा के एजेंट थे। 12 मई को सुबह से ही धमकी दी जा रही थीं और फर्जी वोटिंग का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन फर्जी वोटिंग नहीं करने दी तो शाम छह बजे मतदान समाप्त होते ही बाहर निकले तो विधायक बृजेंद्रसिंह यादव के बेटे राहुल यादव ने दीपेंद्र पुत्र चंद्रपालसिंह, लालू, भौरा उप्र निवासी मंगल, सूरैल निवासी किट्टू पुत्र राजपाल, चंद्रपाल पुत्र गजरामसिंह, अमित पुत्र राजपाल के साथ मिलकर लाठियों से भाजपा के पोलिंग एजेंट शिवराजसिंह और हरिओमसिंह के साथ मारपीट की। साथ ही धमकी दी कि तुम सूरैल गांव में नहीं रह पाओगे, जान से मारने की धमकी भी दी।
भाजपा एजेंटों ने यह भी आरोप लगाया कि भौरा उप्र निवासी मंगल पर कई ्रप्रकरण दर्ज हैं और 302 के प्रकरण में फरार भी है। साथ ही शिकायतकर्ताओं ने विधायक पर भी धमकी देने का आरोप लगाया कि विधायक कहता है कि शासन-प्रशासन मेरा है, जब चाहूंगा मरवा दूंगा और झूठे प्रकरण में जेल के अंदर डलवा दूंगा।
पुजारी बोला बोरिया बिस्तर बांधकर भगाने की धमकी दी है-
वहीं सूरैल निवासी हरिप्रसाद अवस्थी पुत्र बुद्धीलाल अवस्थी ने भी एसपी से शिकायत की है कि मतदान केंद्र से निकलते समय विधायक के बेटे राहुल यादव, दीपेंद्र पुत्र चंद्रपालसिंह, लालू पुत्र चंद्रपालसिंह और उनके ***** मंगल के साथ कई अन्य लोग भी थे, जिन्होंने डंडों से मारपीट की। सोमवार को भी सूरेज से निकले तो एक किमी दूर रोक लिया और बोले कि तुझे मंदिर पर मारने आ रहे थे, साथ ही धमकी दी है कि यदि कल बोरिया-बिस्तर बांधकर नहीं भागा तो मारेंगे।
हमारा इस तरह का व्यवहार नहीं है और ऐसे मामलों से हम पहले से ही दूर रहते हैं। वह लोग झूठा आरोप लगा रहे हैं, हो सकता है कि कोई मुंहवाद हुआ होगा। मारपीट और धमकी का आरोप झूठा है।
बृजेंद्रसिंह यादव, विधायक मुंगावली