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रैली निकाल कलेक्ट्रेट पहुंचे भाजपाई, पुलिस ने बंद किए गेट तो नीचे बैठ डेढ़ घंटे दिया धरना

locationअशोकनगरPublished: Mar 10, 2019 04:23:50 pm

Submitted by:

Arvind jain

किसानों की समस्या पर भाजपा का धिक्कार आंदोलन. संबोधन भाजपा नेताओं ने कही एक ही बात, लोकसभा चुनाव बाद प्रदेश में फिर हमारा राज।

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रैली निकाल कलेक्ट्रेट पहुंचे भाजपाई, पुलिस ने बंद किए गेट तो नीचे बैठ डेढ़ घंटे दिया धरना

अशोकनगर. किसानों की समस्याओं और प्रदेश में बिगढ़ती कानून व्यवस्था के विरोध में भाजपा ने धिक्कार आंदोलन किया। राजमाता चौराहा से रैली निकालते हुए भाजपा कार्यकर्ता शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे, लेकिन छुट्टी का दिन था और कलेक्ट्रेट सुनसान थी, भाजपाईयों को आते देख पुलिस ने कलेक्ट्र्रेट के गेट बंद कर दिए। इससे भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने नीचे जमीन पर ही बैठकर करीब डेढ़ घंटे तक धरना दिया। साथ ही संबोधन के दौरान सभी नेताओं ने एक ही बात कही कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में फिर हमारा ही राज चलेगा।


ईसागढ़ नपाध्यक्ष भूपेंद्रनारायण द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ झूठा खेल खेला जा रहा है और प्रदेश में ट्रांसफर का कारोबार चल रहा है। पैसे लेकर अधिकारियों के ट्रांसफर किए जा रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस को भी पता चल चुका है कि लोकसभा चुनाव बाद प्रदेश में उनकी सरकार नहीं बचेगी। इसलिए प्रदेश सरकार अब अपने दिन गिनना शुरू कर दे।

वहीं ग्वालियर से आए प्रभारी जयसिंह कुशवाह ने कहा कि प्रदेश में ट्रांसफर सरकार हो गई है और व्यवस्था बिगढऱ ही है। उन्होंने कहा प्रदेश में एक मुख्यमंत्री नहीं है, कभी दिग्विजयसिंह दहाड़ लगाते हैं तो कभी सिंधिया। वहीं कभी पिछोर से आवाज आती है कि हमारा अधिकारी बदलो। प्रदेश की सरकार को भाजपा नहीं गिराएगी, बल्कि कांग्रेस खुद ही गिरा देगी। वहीं अन्य पदाधिकारियों ने भी धरने को संबोधित किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष धमेंद्र रघुवंशी, डॉ.केपी यादव, प्रतापभानसिंह, सुशीला साहू, शीला जाटव, पहलवान साहू, जयमंडलसिंह, तीर्थनारायण शर्मा सहित करीब डेढ़ सौ से अधिक कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस ने किसानों के रोक दिए छह-छह हजार रुपए-
भाजपा ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई है और अभी कागजों में ही काम चल रहा है, किसान आज भी भ्रमित हैं कि उनका दो लाख रुपए माफ होगा या नहीं। प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की छह हजार रुपए की राशि रोक दी और अब तक किसानों के खातें में राशि नहीं पहुंची। बेरोजगारों को चार हजार रुपए भत्ता भी नहीं मिलना शुरू हुआ। भावांतर योजना का 500 रुपए क्विंटल का भुगतान भी नहीं किया।

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