मंगलवार को अशोकनगर नगरपालिका में दोपहर एक बजे से बजट के लिए बैठक हुई, जिसमें नपा ने इस बार शहर का 140 करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपए आय का बजट प्रस्तुत किया। साथ ही वित्तीय वर्ष 2019-20 में 140 करोड़ 50 लाख 50 हजार रुपए विभिन्न कार्यों में खर्च किया जाना प्रस्तावित किया और पांच प्रतिशत संचित निधि 24 लाख 50 हजार रुपए अलग करने के बाद 50 हजार रुपए शुद्ध बचत बताई गई।
करीब 40 मिनिट चली इस बैठक में पार्षदों ने आय व व्यय के प्रस्तावित आंकड़ों को देखा और बजट पारित कर दिया। खास बात यह है कि इस बार खर्च के लिए शहर में विभिन्न निर्माण कार्य प्रस्तावित किए गए हैं, जिसमें 50 लाख रुपए लागत से गौशाला का निर्माण, नवीन सड़क व जाली युक्त नाली निर्माण पर 18 करोड़ रुपए, प्रतिमा स्थापना पर 50 लाख रुपए खर्च किया जाना प्रस्तावित किया।
इसके अलावा एक करोड़ रुपए लागत से बस स्टैंड निर्माण, दो करोड़ रुपए से शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण और एक करोड़ रुपए से शहर में स्वीमिंग पूल का निर्माण प्रस्तावित किया। साथ ही शहर के सौंदर्यकरण पर दो करोड़ रुपए और तालाब सौंदर्यकरण पर ढ़ाई करोड़ रुपए खर्च का प्रस्तावित पारित हुआ। बैठक में नपाध्यक्ष सुशीला साहू और सीएमओ शमशाद पठान सहित पार्षद व अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
दो साल में 277 प्रतिशत बढ़ गया बजट
इस बार नपा ने 140 करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपए का शहर का बजट पारित किया, जबकि वित्तीय वर्ष 2017-18 का शहर का बजट 50 करोड़ 76 लाख 40 हजार रुपए का पारित हुआ था। इससे वित्तीय वर्ष 2017-18 की तुलना में शहर का बजट दो साल में 277 प्रतिशत बढ़ गया है। हालांकि बजट के अलावा शहर की समस्याओं पर पार्षदों ने नाराजगी जताई। जिसमें अधिकारियों ने उनके सवालों के जवाब दिए।
बैठक में पार्षदों ने लगाए आरोप
नेता प्रतिपक्ष अनीता जैन ने कहा कि पहले सिर्फ गर्मियों में ही गंदा पानी आता था, लेकिन अब 12 महीने गंदे पानी की सप्लाई हो रही है और लोगों को सिकंजी जैसा मटमैला पानी पीना पड़ रहा है।इस पर सीएमओ शमशाद पठान ने कहा कि फिल्टर प्लांट की सफाई करा दी है, अब साफ पानी आएगा।
पार्षद मनोज शर्मा ने कहा कि गरीब परिवारों को आजीविका चलाने के लिए दिए जा रहे है लोन में भृष्टाचार किया जाता है और पैसों का लेन-देन होता है। किन्हें लोन दिया जा रहा है, पार्षदों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी जाती है। इस पर नपा कर्मचारी ने कहा कि सभी पार्षदों को डाक से जानकारी भेजी जाती है। पार्षद शारदा रघुवंशी ने कहा कि तुलसी सरोवर के पास बने मुक्तिधाम में तो लाइट की व्यवस्था है और न हीं बैठने की व्यवस्था। इससे कई बार अंधेरा होने पर लोगों को गैस सिलेण्डर उजाले के लिए लेकर जाना पड़ते हैं।