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महीनेभर का नहीं मिला पैसा तो दो केंद्रों पर हम्मालों ने की हड़ताल, बंद रही खरीद

locationअशोकनगरPublished: May 04, 2019 12:07:56 pm

Submitted by:

Arvind jain

समर्थन मूल्य खरीद: समितियों को नहीं हो रहा खरीदी पर खर्च का भुगतान,- दो खरीदी केंद्रों पर हम्मालों का 6.40 लाख रुपए बकाया, तो हम्माल बोले घर का काम भी चलाना पड़ता है कब तक करें उधारी में काम।

डेमो photo

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अशोकनगर. समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद रहे खरीदी केंद्रों पर सबसे ज्यादा मेहनत का काम हम्मालों का होता है, लेकिन खरीदी शुरू हुए एक महीना बीत जाने के बाद भी हम्मालों को उनकी मजदूरी नहीं मिली। नतीजतन दो खरीदी केंद्रों पर हम्मालों ने हड़ताल कर दी और दिनभर खरीद बंद रही। हम्मालों का कहना है कि इसी मजदूरी की राशि से वह घर का खर्च चलाते हैं और आखिर वह कब तक उधारी में काम करते रहेंगे।


मामला क्षेत्र के भैंसरवास समिति के दोनों खरीदी केंद्रों का है। तमोईया स्थित इन दोनों खरीदी केंद्रों पर अब तक 32 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है और इस हिसाब से हम्मालों की मजदूरी 6.40 लाख रुपए बकाया है। मजदूरी न मिलने से वहां काम करने वाले सभी हम्मालों ने काम बंद कर हड़ताल कर दी, खरीदी केंद्र संचालक ने हम्मालों को मनाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। इससे दोनों केंद्रों पर दिनभर खरीदी बंद रही।

केंद्र संचालक का कहना है कि वह अपनी जेब से हम्मालों को कुछ मजदूरी की राशि का भुगतान कर चुका है और कुछ और राशि वह दे सकता है। लेकिन हम्माल पूरी राशि का भुगतान करने पर अड़े रहे। वहीं उठाव न होने की वजह से केंद्र पर करीब 15 हजार क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा रहा।

जिले में हम्मालों की 1.10 करोड़ रुपए मजदूरी बकाया-
खरीदी केंद्रों को खर्च के लिए मिलने वाली राशि से हम्मालों को मजदूरी का भुगतान होता है, लेकिन खरीदी केंद्रों को ही खर्च की राशि नहीं मिल रही है। जिले के सभी 49 खरीदी केंद्रों पर पांच लाख 51 हजार 465 क्विंटल गेहूं की खरीद अब तक हो चुकी है और हम्मालों को समस्त कामों के 20 रुपए क्विंटल के हिसाब से मजदूरी दी जाती है। इस हिसाब से पूरे जिले के खरीदी केंद्रों पर हम्मालों की 1.10 करोड़ रुपए की मजदूरी की राशि बकाया है।

हम्मालों को मजदूरी का भुगतान करने की जिम्मेदारी खरीदी केंद्रों की है। खरीदी केंद्रों को खर्च की राशि का भुगतान होता है, लेकिन केंद्रों को अब तक राशि नहीं मिली। हमने अधिकारियों से बात की है।
अनिल पाठक, जिला आपूर्ति अधिकारी अशोकनगर

भैंसरवास खरीदी केंद्र पर माल का परिवहन न हो पाने का कारण यह है कि जिस वेयर हाउस पर केंद्र की मैपिंग थी। वह केंद्र फुल भर गया, इससे अब खरीदी केंद्र की दूसरी वेयर हाउस में मैपिंग कराई गई है।
नीलेश शर्मा, एसडीएम अशोकनगर

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