राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पर खाद्य विभाग ने शहर के डॉ. आंबेडकर जिला उपभोक्ता भंडार के संचालक व भाजपा नेता राजीव जैन और विक्रेता रामवीर शर्मा, गांधी महिला उपभोक्ता भंडार की संचालक दीपा साहू व विक्रेता सौरभ रघुवंशी के खिलाफ देहात व कोतवाली थाने में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कराया है। शिकायत मिलने पर कुछ दिन पहले एसडीएम रवि मालवीय और सहायक खाद्य अधिकारी मनोरमा कौशिक ने दोनों दुकानों पर पहुंचकर जांच की थी, साथ ही उपभोक्ताओं के बयान भी दर्ज किए थे।
जांच के बाद विभाग ने दर्ज कराया प्रकरण
दोनों राशन दुकानों की जांच के बाद कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मनोरमा कौशिक द्वारा यह प्रकरण दर्ज कराया गया है। अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं ने शिकायत की थीं कि उन्हें तीन माह से राशन का वितरण नहीं किया और पीओएस में वितरण दर्ज मिला। वहीं चावल व केरोसिन वितरित न कर सिर्फ गेहूं वितरण कर उपभोक्ताओं को भगाना व फर्जी तरीके से पीओएस में वितरण दर्ज करना पाया गया और भौतिक सत्यापन में चावल व केरोसिन कम पाए गए और कालाबाजारी करना पाया गया। इसके अलावा खराब गुणवत्ता की राशन सामग्री वितरित करना पाया गया।
भाजपा नेता का आरोप: खाद्य माफियाओं की दुकानों की नहीं हो रही जांच
प्रकरण दर्ज होने के बाद भाजपा नेता राजीव जैन का आरोप है कि मैंने ईसागढ़, चंदेरी व अशोकनगर में खाद्य अधिकारी मनोरमा कौशिक के संरक्षण में चल रहीं पीडीएस दुकानों व समितियों की जांच कराए जाने की थी, जिससे चिढक़र मनोरमा कौशिक ने खाद्य माफियाओं की दुकानों की जांच नहीं कर मुझसे संबंधित दुकानों की जांच कर प्रशासन को गुमराह किया है और बदला लेने की मंशा से जांच करने करने का आरोप लगाया है। साथ ही राजीव जैन का कहना है कि जांच के समय दुकानों पर कोई अनियमितता नहीं मिली थी। पीओएस मशीन से राशन वितरण हो रहा है।