पत्रिका ने जिम्मेदारों की सजगता के हालात जाने तो पता चला कि दो से तीन साल से नालों की सफाई ही नहीं हुई है, जबकि हर साल बारिश से पहले नालों की सफाई का अभियान चलाया जाता है। हालत यह हंै कि लंबे समय से भरा गंदा पानी सडऩे से ऐसी दुर्गंध फैल रही है कि यहां आने वाले लोगों को नाक पर रूमाल रखना पड़ता है। रहवासियों का कहना है कि मच्छरों की वजह से बच्चे व रहवासी आए दिन बीमार हो रहे हैं और हर साल इलाज पर ही हजारों रुपए खर्च करना पड़ते हैं, लेकिन कई बार शिकायतों के बाद भी नपा के जिम्मेदार अधिकारी उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इन तीन जगहों से जानें शहर में अनदेखी के हालात
नाले से निकलने लोगों ने खुद डालीं फर्सी
शंकर कॉलोनी में घरों से सटकर कच्चा नाला निकला है, जिसमें अस्पताल व मंडी तक का पानी पहुंचता है। नाले की सफाई तो होती ही नही हैं, वहीं लोगों ने निकलने अपने घर के दरवाजों पर नाले पर फर्सी रखकर रास्ते बनाए हैं। नाला कच्चा होने से निकलते समय कई बार फर्सी गिर जाती है, इससे लोग सीधे ही नाले में जा गिरते हैं और यह यहां आम बात हो चुकी है।
दुर्गंध ऐसी कि गेट भी नहीं खोल पाते
रेलवे लाइन और स्टेडियम के बीच में बड़ा और गहरा नाला है। जो हमेशा गंदे पानी से भरा रहता है। जहां बारिश के मौसम में नाले का पानी गलियों में बहता है तो वहीं गर्मी के मौसम में नाले में दुर्गंध बढ़ जाती है। आसपास के रहवासियों का कहना है कि घरों के पिछले गेटों को परमानेंट बंद कर दिया गया है और खिडक़ी-दरवाजे खुलते ही घर में नाले की दुर्गंध भर जाती है।
मच्छर इतने कि घरों से निकलना मुश्किल
शहर के गोशाला क्षेत्र में टीवी टावर के पीछे स्थित नाले में पूरे शहर का गंदा पानी आता है। नाले के आसपास के कई मकान बने हुए हैं, लेकिन नाले में गंदा पानी भरा होने से यहां के रहवासी बदबू से परेशान हैं। वहीं यह नाला मच्छरों की फैक्टरी बन चुका है, मच्छरों की समस्या की वजह से लोग शाम को अपने घरों से निकल भी नहीं पाते हैं। साथ ही लोग आए दिन बीमार होते हैं।
लोगों ने बताई समस्या
-नाले का पानी घरों में भर जाता है। मच्छरों की वजह से आए दिन बच्चे बीमार रहते हैं और बदबू की वजह से यहां रहना मुश्किल हो रहा है। -हसीना बानो, शंकर कॉलोनी
-शहर का पानी यहां आकर भरता है, घर के दरवाजों पर फर्सियां रखकर निकल पाते हैं और बच्चे गिर जाते हैं, बारिश के मौसम में एक लडक़ी बह गई थी। -रामश्रीबाई, शंकर कॉलोनी
-नाले की दो साल से सफाई नहीं हुई है, इससे बदबू की वजह से रहना मुश्किल है। वहीं मच्छर इतने हो गए हैं कि बाहर भी नहीं निकल पाते हैं। -कमलाबाई कोरी, रहवासी
बड़ा सवाल: क्या ऐसे ही परेशान होते रहेंगे लोग
रहवासियों का कहना है कि जहां एक तरफ तो लोगों को मलेरिया से बचने के तरीके सिखाए जाते हैं, कहा जाता है कि घर में पानी एकत्रित न होने दें, लेकिन यहां वर्षों से गंदे नाले भरे पड़े हैं। इनकी सफाई तो दूर, कभी दवा का भी छिडक़ाव नहीं होता। इससे हालात झोंपड़पट्टी से भी बदतर हो चुके हैं। लोगों का सवाल है कि क्या यहां के रहवासी इसी तरह परेशान होते रहेंगे।