स्टेशन पर नहीं मिली जगह कोई पेड़ के नीचे तो किसी ने बाहर सोकर गुजारी रात
अशोकनगरPublished: Dec 30, 2018 10:35:59 am
– कड़ाके की सर्दी और शीतलहर से परेशान लोग, बस स्टैंड पर खाली पड़ा रैन बसेरा जहां लोगों को नहीं मिलती रुकने की जगह। – जिले में ठंड से दो लोगों की मौत के बाद भी गंभीर नहीं प्रशासन, बचाव पर नहीं कोई ध्यान।
स्टेशन पर नहीं मिली जगह कोई पेड़ के नीचे तो किसी ने बाहर सोकर गुजारी रात
अशोकनगर. जिले में कड़ाके की सर्दी ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है। पिछले 20 दिन में जिले के मुंगावली व ईसागढ़ में दो लोगों की ठंड से मौत हो चुकी है और दो दिन से लगातार रात का पारा चार डिग्री पर चल रहा है और जिला शीतलहर की चपेट में है। सर्दी से जहां सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त है और शाम पांच बजे से शुरू होने वाली कड़ाके की सर्दी सुबह 11 बजे तक जारी रहती है। फिर भी सार्वजनिक स्थलों पर ठंड से बचाने के लिए प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था भी नहीं कराई है। पत्रिका ने रात को सार्वजनिक स्थानों की हकीकत जानी तो लोग कड़ाके की सर्दी में ठिठुरते नजर आए।
रात 11 बजे 9 डिग्री तापमान। 14 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहीं सर्द हवाओं के अशोकनगर रेलवे स्टेशन परिसर के गेट पर लगे चाय के ठेलों पर खड़े होकर करीब एक दर्जन यात्री चाय पीकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे थे, तो अंदर परिसर में डेढ़ दर्जन लोग ठंड से बचने कागज-पन्नियां जलाकर ताप रहे थे। जो हर पांच मिनिट में परिसर और बाहर सड़क से कागज-पन्नियां बीनकर आग को जलाए रखने का प्रयास करते दिखे, ताकि कड़ाके की ठंड से बच सकें। इसके अलावा कुछ दूरी पर पेड़ के नीचे वृद्ध सोता मिला और हाईमास्ट लाइट के पास परिसर में कई लोग स्टेशन पर जगह न मिलने से खुले आसमान के नीचे जमीन पर ही कंबल ओढ़कर सोते मिले। अंदर पहुंचने पर टिकिट वितरण स्थल पर भी सर्द हवा से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े ओढ़कर बैठे हुए थे और कई लोग सो रहे थे। इससे पैर रखने की भी जगह नहीं थी। यही स्थिति रात साढ़़े 11 बजे शहर के बस स्टैंड और साढ़े 10 बजे पुराना बस स्टैंड पर भी थी, जहां पर लोग कागज-पन्नियां जलाकर ठिठुरते हुए खुद को तपाने का प्रयास कर रहे थे।
लोग बोले इस बार भूल गया प्रशासन-
सार्वजनिक स्थलों पर हर साल एक दिसंबर से ही प्रशासन अलाव की व्यवस्था कर देता था। इससे यात्रियों और अन्य लोग इन अलाव पर तापकर खुद को सर्दी से बचाते दिखते थे। लेकिन स्टेशन परिसर के बाहर कागज-पन्नी बीनकर आग जलाकर मुंगावली तहसील निवासी कृष्णपाल और बीना जा रहे हरिओम ने कहा कि तेज सर्दी से खुद को बचाने के लिए आग जला रहे हैं, इस बार प्रशासन अलाव की व्यवस्था करना भूल गया है। ऐसी कड़ाके की सर्दी में ट्रेनों की लेटलतीफी ने समस्या को और बढ़ा दिया और यात्रियों को सर्द हवाओं से जूझते हुए घंटों ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है।
खाली पड़े रैन बसेरा, नहीं मिल रही रुकने जगह-
बस स्टैंड पर नपा ने यात्रियों को रुकने के लिए रैन बसेरा बनाया है, लेकिन कड़ाके की सर्दी में भी इसमें लोगों को रुकने की जगह नहीं मिल पा रही है। शुक्रवार रात को मात्र तीन लोग ही इसमें रुके थे और शनिवार को पूरी तरह से खाली रहा। इससे लोग बाहर कड़ाके की सर्दी से जूझते नजर आ रहे हैं।
सर्दी से इस तरह बढ़ीं लोगों की परेशानी-
– रात के समय स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे पर कोहरा लगने से वाहन चालकों को वाहन धीमी गति से लगातार हॉर्न बजाते हुए निकालना पड़ रहे हैं।
– दिन के समय भी मौसम में धुंध छाई रहती है, वहीं दिन के समय भी सर्द हवाओं की वजह से लोग सर्दी से परेशान हैं।
– शाम होते ही सर्दी तेज हो जाने से सड़कों से लोग दोपहिया वाहन नहीं निकाल पा रहे हैं, इससे स्टेशनों पर भी भीड़ बढ़ जाती है।
– रात के समय ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं, रात पौने आठ बजे बीना की तरफ जाने वाली ट्रेन दो सप्ताह से साढ़े दस बजे के बाद आ रही हैं।
– ट्रेन लेट होने से कड़ाके की सर्दी के बीच लोग अपने गंतव्य तक भी देरी से पहुंच पा रहे हैं, लोगों का कहना है कि शिकायतों के बाद भी रेलवे गंभीर नहीं।
दिन में यह रही पारे की चाल-
समय तापमान
सुबह 7 बजे 6.2
सुबह 9 बजे 9.7
सुबह 11 बजे 16.0
दोपहर 1 बजे 22.6
दोपहर 3 बजे 22.0
शाम 5 बजे 19.3
शाम 7 बजे 13.1
(तापमान डिग्री सेल्सियस में।)
खास-खास-
शनिवार का तापमान-
अधिकतम – 22.6
न्यूनतम – 4.6