लाइन शिफ्ट करने हर दिन दो घंटे कटौती, निर्माण के दौरान करना पड़ेगी पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था
अशोकनगरPublished: Jan 06, 2019 11:01:35 am
वायपास पर खड़े होकर जानी निर्माण में आने वाली दिक्कतें-पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद पहुंचा प्रशासन, कलेक्टर ने भी दिए निर्देश।
लाइन शिफ्ट करने हर दिन दो घंटे कटौती, निर्माण के दौरान करना पड़ेगी पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था
अशोकनगर. वायपास के फ ोरलेन सीसी निर्माण के लिए रोजाना दो घंटे की बिजली कटौती होगी, तो वहीं आधे शहर में नपा को पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था हो सकेगी। इतना ही नहीं सभी विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी में ही निर्माण करना पड़ेगा। नहीं तो निर्माण से विभिन्न सेवाएं प्रभावित हो जाएंगी और शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
यह मामले सामने आए अधिकारियों के संयुक्त भ्रमण के दौरान। वायपास पर स्वीकृत फोरलेन सीसी रोड निर्माण का कार्य तेज गति से नहीं हो पा रहा है। कारण है सड़क पर मौजूद कई विभागों के संसाधन। जिनकी वजह से निर्माण रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है और शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वायपास निर्माण में आने वाली दिक्कतों की हकीकत जानने शनिवार शाम को सभी विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे और वायपास निर्माण में आने वाली विभागों की दिक्कतों के निपटारे की योजना भी बनाई। ताकि जल्दी ही निर्माण पूर्ण किया जा सके।
पत्रिका की खबर के बाद पहुंचे अधिकारी
वायपास निर्माण में आ रहीं दिक्कतों को बताते हुए शनिवार को पत्रिका ने खबर प्रकाशित की थी। इससे शाम के समय एसडीएमए तहसीलदारए पीडब्ल्यूडीए बीएसएनएलए नपाए यातायात पुलिसए राजस्व विभागए बिजली कंपनी के अधिकारी और विधायक मौके पर पहुंचे और निर्माण में आ रहीं दिक्कतों को निपटाने की योजना बनाई। ताकि शहरवासियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं कलेक्टर डा. मंजू शर्मा भी मौके पर पहुंची और अधिकारियों को निर्देश दिए।
विधायक ने कहा डिवाइडर से करें सौन्दर्यकरण
विधायक जजपालसिंह जज्जी ने फोरलेन सीसी निर्माण में बनने वाले डिवाइडर का सौंदर्य करण करने की बात कही। साथ ही कहा कि रेलिंग से डिवाइडर न बनाकर चौड़ा बनाया जाए और उसमें वृक्षारोपण भी करें। ताकि सड़क की खूबसूरती बढ़ सके। वहीं उन्होंने ओवरब्रिज का भी चौड़ीकरण करने की बात पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कही।
वायपास निर्माण के लिए पहले यह कार्य जरूरी
१. पुलिस. निर्माण क्षेत्र में कई सीसीटीवी कैमरे आ रहे हैं, जिन्हें यदि एक साथ हटाया तो रास्ते से कैमरों की नजर हट जाएगी।
2. बीएसएनएल. वायपास के नीचे इंटरनेट और टेलीफ ोन की केबिल बिछी हुई है, लाइन कटने से जिले में इंटरनेट ठप हो जाएगी।
3. नपा. शहर में होने वाले पेयजल की सप्लाई लाइन भी सड़क के नीचे से निकली हुई है। हटाने पर आधे शहर में पानी नहीं पहुंचेगा।
4. पीडब्ल्यूडी. निर्माण के लिए हुए सीमांकन से सीमा विवाद बना हुआ है, अतिक्रमण में आ रहे निर्माण हटाना पड़ेंगे।
5. बिजली. वायपास पर बिजली के खंभे हैंए जिन्हें शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए बिजली कटौती करना पड़ेगी तभी काम होगा।
वायपास निर्माण कराने यह बनी योजना
-निर्माण स्थल पर आने वाले बिजली के खंभों की शिफ्टिंग के लिए हर दिन दो घंटे कटौती की जाएगी। इस बीच में शिफ्टिंग होगी।
-पेयजल लाइन प्रभावित होगी और आधे शहर में पानी नहीं पहुंच पाएगा। इसके लिए नपा को पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करना पड़ेगी।
– निर्माण में परेशानी बन रहे सीमांकन विवादों को निपटाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी ईई को दी है। वह लोगों से चर्चा करके विवाद निपटाएंगे।
– निर्माण के दौरान सीसीटीवी लाइन को भी शिफ्ट किया जाएगा और कैमरों को नए खम्बो पर लगाया जाएगा।
– निर्माण के दौरान सभी विभागों के अधिकारियों को मिलकर काम करना पड़ेगा। ताकि निर्माण में कोई बाधा न आए।