ज्ञात हो कि दोनों ही स्थानों पर मतदान 24 फरवरी और मतगणना 28 फरवरी को होनी है। वहीं यहां चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ यहां आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। वहीं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने शुक्रवार को मुंगावली व कोलारस का चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है।
सिंधिया भरवाएंगे फॉर्म…
कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों के नामांकन 31 जनवरी को होगा। इसके लिए सांसद सिंधिया सुबह 7बजे फ़्लाइट से भोपाल आएंगे और फिर 9 बजे हेलीकॉप्टर से गुना रवाना होंगे। जहां 12 बजे कोलारस और दोपहर 3 बजे मुंगवाली में नामांकन भरवाएंगे।
कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों के नामांकन 31 जनवरी को होगा। इसके लिए सांसद सिंधिया सुबह 7बजे फ़्लाइट से भोपाल आएंगे और फिर 9 बजे हेलीकॉप्टर से गुना रवाना होंगे। जहां 12 बजे कोलारस और दोपहर 3 बजे मुंगवाली में नामांकन भरवाएंगे।
30 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी नामांकन छह फरवरी तक भरे जाएंगे। इनका परीक्षण सात फरवरी को होगा और नाम वापसी की आखिरी तारीख नौ फरवरी होगी।
पहले इन दोनों ही स्थानों पर पहले कांग्रेस के विधायक थे और उनका निधन होने से ये सीटें खाली हुईं थीं।
पहले इन दोनों ही स्थानों पर पहले कांग्रेस के विधायक थे और उनका निधन होने से ये सीटें खाली हुईं थीं।
जानकारों का मानना है कि मुंगावली और कोलारस उपचुनाव कांग्रेस और उसके सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी व शिवराज सिंह चौहान के लिए बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि यहां उपचुनाव में जीत के लिए सिंधिया और शिवराज सरकार ने पुरजोर जोर लगा दिया है।
दरअसल, अशोकनगर और शिवपुरी दोनों ही जिले सिंधिया परिवार के प्रभाव वाले क्षेत्र हैं, यहां से सिंधिया सांसद भी हैं। इसके अलावा सिंधिया का इन क्षेत्र के लोगों से सतत संपर्क रहता है। ऐसे में भाजपा और उसकी सरकार के लिए कांग्रेस से यह विधानसभा क्षेत्र छीनना आसान नहीं है।
कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया कमान संभाले हुए हैं, तो दूसरी ओर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और लगभग एक दर्जन मंत्री तथा संगठन के कई पदाधिकारी जोर लगाए हुए हैं।
सिंधिया अपने दौरों के दौरान शिवराज सरकार पर लगातार हमले बोल रहे हैं। उनके शिवराज सरकार पर तीखे हमले जारी हैं। उनका कहना है, “भाजपा सरकार किसान विरोधी है, किसानों को अपना हक मांगने पर गोली मिलती है। इसलिए जब तक इस सरकार को उखाड़ नहीं फेंकता हूं, तब तक फूलों की माला नहीं पहनूंगा।”
इस इलाके की बीते एक माह की राजनीतिक गतिविधियों पर नजर दौड़ाएं तो जानकारों का मानना है कि भाजपा ने यहां पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों विधानसभा क्षेत्रों में शिवराज मंत्रिपरिषद के सदस्य नरोत्तम मिश्रा, रुस्तम सिंह, जयभान सिंह पवैया, उमाशंकर गुप्ता, विश्वास सारंग, लाल सिंह आर्य, भूपेंद्र सिंह यहां का दौरा कर चुके हैं।
यहां शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान भी कोलारस का दौरा कर चुके हैं। इस मौके पर उन्होंने सिंधिया का नाम लिए बगैर हमला बोला।