तीनों कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके लिए शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े 11 बजे कांग्रेसी शहर के राजमाता चौराहा पर पहुंचे, चार प्रमुख सडक़ों वाले इस चौराहे की एक सडक़ पर कांग्रेसियों ने बैठने का प्रयास किया। लेकिन कोतवाली प्रभारी विवेक शर्मा ने बिना अनुमति चक्काजाम करने से रोक दिया। इससे कुछ देर तक कांग्रेसियों व कोतवाली प्रभारी में सडक़ पर बैठने की अनुमति के लिए चर्चा की। बाद में कांग्रेसी सडक़ किनारे बैठ गए और पुलिस ने इस रास्ते को डायवर्ट कर दिया। धरने के दौरान कांग्रेस ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि दोपहर एक बजे धरना-प्रदर्शन समाप्त हो गया।
कांग्रेस ने कहा- किसान विरोधी हैं कृषि कानून
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कानून किसान विरोधी हैं, इनसे किसानों को कोई लाभ नहीं होगा। साथ ही कहा कि भाजपा सरकार व्यापारियों व उद्योगपतियों की सरकार है और अडाणी-अंबानी को लाभ पहुंचाने के लिए यह कानून लागू किए हैं, जिनसे अडाणी-अंबानी किसानों की जमीनों पर कब्जा कर लेंगे।
भाजपा ने कहा- यही कांग्रेस की हैसियत
कांग्रेस के प्रदर्शन में कम संख्या होने पर भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश रघुवंशी ने चुटकी लेते हुए कहा कि किसानों के नाम से प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें एक भी किसान शामिल नहीं हुआ, इससे इन्हें इनकी हैसियत समझना चाहिए। इस पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिसिंह रघुवंशी ने जबाव दिया भाजपा को जो कहना है कहे, लेकिन समस्य बताएगा। साथ ही कहा कि मैं खुद किसान हूं और सभी कांग्रेसी किसान हैं।
सांकेतिक रूप से चक्काजाम करने के निर्देश थे
सांकेतिक रूप से चक्काजाम करने के निर्देश थे, ताकि जनमानस को तकलीफ न हो। तीनों काले कानूनों को खत्म करने की मांग करते हुए कांग्रेस के सभी संगठन शामिल थे। भाजपा जो कहती है वह कहते रहें, समय बताएगा। मैं खुद किसान हूं और अन्य कांग्रेसी भी किसान ही हैं। -हरिसिंह रघुवंशी, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
कांग्रेस तीन-चार दिन से प्रदर्शन के नाम प्रचार कर रही थी
कांग्रेस तीन चार दिन से विशाल जंगी प्रदर्शन के नाम से सोशल मीडिया व पंपलेट के माध्यम से प्रचार कर रही थी। एक भी किसान इस प्रदर्शन में नहीं था, सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता बैठे हुए थे। इससे इन्हें इनकी हैसियत समझना चाहिए। तीनों कानून किसानों के हितैषी हैं। -उमेश रघुवंशी, जिलाध्यक्ष भाजपा