टीका लगवाने सतर्कता भूले लोग टीकाकरण केंद्र पर जहां मास्क लगाकर पहुंचने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश हैं, लेकिन भीड़ बढऩे से सोशल डिस्टेंसिंग गायब रही और लोग लाइन में एक-दूसरे से सटकर खड़े रहे तो कुछ टेंट में बैठे रहे। इसके अलावा ज्यादातर लोग तो बिना मास्क लगाए ही टीकाकरण केंद्र पर भीड़ में बैठे अपनी बारी इंतजार करते रहे। इसके अलावा बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताएं भी कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने पहुंचीं, लेकिन भीड़ ज्यादा होने से उन्हें भी तीन घंटे तक अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ा। इससे बाद में उन्हेंं टीका लगा।
-90 वर्षीय काशीबाई लाठी टेकते हुए अपने बेटा-बहू के साथ पहुंची, जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टीका लगाया। काशीबाई ने कहा कि वह टीका लगने से बहुत खुश हैं।
-शहर के 74 वर्षीय जयकुमार जैन ने टीका लगवाया और कहा कि वह दीपावली से आठ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए थे, टीकाकरण शुरू हुआ तो इंतजार कर रहे थे।
-70 वर्षीय एसएन डाबर ने अपने दोस्त के साथ खुद को कोरोना से बचाव का टीका लगवाया और बाहर निकलकर दोनों ने हाथ से इशारा करते हुए खुशी जताई।
-पंजीयन के लिए वृद्धों ने अपने आधार कार्ड जमा कर दिए, लेकिन इस दौरान कई के आधार कार्ड खो गए और वह उन्हें ढूंढते हुए नजर आए, हालांकि बाद में मिल गए।
-पेंशनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्य भी टीका लगवाने के लिए केंद्र पर पहुंचे, इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र से भी वृद्ध टीका लगवाने के लिए पहुंचे।