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अशोकनगर

नहीं मिली तनख्वाह, इसलिए प्रसूताओं से वसूलते हैं रूपए

-जननी एक्सप्रेस चालक और प्रसूता के परिजनों में हुई बहस, 100 रूपए में सुलझा मामला।

अशोकनगरJan 07, 2019 / 10:56 am

Arvind jain

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नहीं मिली तनख्वाह, इसलिए प्रसूताओं से वसूलते हैं रूपए


अशोकनगर . संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई जननी एक्सप्रेस से जुड़े मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को जहां ब्लाक के पौरूखेड़ी गांव में आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा जननी एक्सप्रेस के चालकों द्वारा पैसे मांगने के आरोप लगाए थे। वहीं रविवार को जिला मुख्यालय से प्रसूता को लेकर महिदपुर आए एक जननी एक्सप्रेस का चालक खुले आम रूपए लेते हुए कैमरे में कैद हो गया।
खासबात यह है कि चालक और प्रसूता की सास के बीच प्रसूता को घर तक छोडऩे के एवज में 200 रूपए में सौदा हुआ था। लेकिन जब प्रसूता के पति को इस बात का पता चला तो उसने चालक को तमाम खरी खोटी सुनाई। इसके बाद भी चालक पैसों की मांग पर अड़ा रहा। थक हार कर प्रसूता के पति ने जननी एक्सप्रेस के चालक को 100 रूपए दिए और उसको चलता किया। इस दौरान जननी एक्सप्रेस चालक वेतन नहीं मिलने और उनकी मर्जी से वाहन का संचालन करने की तमाम बातें करता रहा।

महिदपुर निवासी मोनू प्रजापति की पत्नि सविता प्रजापति को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मोनू ने बताया कि सुरक्षित प्रसव होने के बाद उसकी पत्नि की अस्पताल से रविवार को छुट्टी कर दी। सुबह लगभग 10.30 बजे उसके परिजनों ने प्रसूता को घर छोडऩे के लिए जननी एक्सप्रेस को काल किया। इसके कुछ देर बाद ही एमपी 08 बीए 1743 वाहन क्रमांक वाला जननी एक्सप्रेस वाहन मौके पर पहुंचा और उसकी मां से प्रसूता को महिदपुर छोडऩे के एवज में रूपयों की मांग की।
जननी एक्सप्रेस वाहन चालक ने उसकी मां से कहा कि अगर उसे रूपए नहीं दिए तो वह तमाम बहाने बना देगा और प्रसूता को छोडऩे घर भी नहीं जाएगा। इस पर उसकी मां रूपए देने को तैयार भी हो गई। दोपहर लगभग 12 बजे जब जननी एक्सप्रेस वाहन महिदपुर पहुंचा और चालक ने रूपयों की मांग की तब जाकर मोनू को इस मामले की जानकारी हुई। स्थानीय लोगों की मानें तो मोनू ने वाहन चालक को समझाया कि जननी एक्सप्रेस की सुविधा नि:शुल्क रूप से प्रसूता को दी जाती है। लेकिन वाहन चालक रूपए लेने पर अड़ गया। दोनों के बीच बहस होने लगी और इस बहस का वीडियो किसी व्यक्ति ने बना लिया। वीडियो में जननी एक्सप्रेस वाहन चालक बोल रहा है कि उसे वेतन नहीं मिलती। इसलिए इसी तरह पैसे लिए जाते हैं।
वाहन चालक ने कहा कि जब उनकी सेटिंग नहीं हो पाती तो वह वाहन को पंचर बता देते हैं। वीडियो में वाहन चालक बोल रहा है कि ईसागढ़ जाने के लिए 500 रूपए में बात तय हुई थी। लेकिन प्रसूता को छोडऩे आना था। इसलिए उस पार्टी से मना कर दिया। तमाम विवाद के बाद मोनू ने वाहन चालक को 100 रूपए का नया नोट देकर चलता किया।

जननी एक्सप्रेस वाहन द्वारा प्रसूताओं को निशुल्क सुविधा प्रदान की जाती है। वाहन चालक द्वारा पैसे लिए जाने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं कल ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बोलकर पूरे मामले को दिखवाती हूं।
डा. मंजू शर्मा कलेक्टर अशोकनगर
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