मामला क्षेत्र के राजतला गांव के सेदी चक्क का है। दलजीतसिंह को अपने खेत के पास स्थित नाले में मगरमच्छ दिखा, इससे गांव में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जहां पर टीम ने लाठियों के सहारे पानी से बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों की भीड़ और शोरगुल की वजह से मगरमच्छ बाहर नहीं निकला। बाद में भीड़ को हटाकर फि र से प्रयास किया और फं दा लगाकर बाहर निकाल कर लाठियों से दबाकर नियंत्रण में लिया। टीम ने इस साढ़े चार फि ट के मगरमच्छ को बाद में राजघाट बांध में ले जाकर छोड़ा।
पहले भी मिल चुके हैं मगरमच्छ
क्षेत्र में यह पहला मामला नहीं है, बल्कि इससे पहले भी जिले में पांच साल के भीतर एक दर्जन से अधिक स्थानों पर मगरमच्छ मिल चुके हैं। लेकिन जिले की छोटी नदियों और तालाबों में यह कहां से पहुंच रहे है, इस पर आज भी संशय बना हुआ है। वहीं लोगों को आशंका है कि इन छोटे मगरमच्छों की तस्करी का काम चल रहा है और यह तस्कर इन जगहों पर कम पानी में छोड़ जाते हैं। ताकि रात के समय फि र से उठाकर ले जाया जा सके।