आरोन व पिपरई रोड बंद, अंडरब्रिज में डूबा ट्रैक्टर-ट्रॉली मुश्किल से बचा ड्राइवर
MP में कहर बनी बारिश: कहीं वाहन डूबे तो कहीं रोड हुए बंद
अशोकनगर। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब आफत बन गई है। जिसके चलते जन जीवन अस्तव्यस्त होने लगा है। मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में जारी बारिश ( Heavy Rain ) के चलते यहां पानी के कहर सी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
एक ओर जहां लगातार हुई ज्यादा बारिश ( weather ) ने पहले ही फसलों को बर्बाद कर दिया था। वहीं अब भी चार दिन से क्षेत्र में फिर लगातार बारिश का दौर ( Dangerous rain ) जारी है।
ऐसे में गुरुवार को भी अशोकनगर शहर सहित कई जिलों में सुबह ( Weather report ) से दिनभर तेज बारिश होती रही, इससे कई जगहो में सड़कों पर पानी भर गया तो वहीं नदियां फिर से उफान पर आ गईं।
अशोकनगर शहर के मगरदा नाले के उफान पर आने से आरोन रोड बंद रहा तो वहीं ओर नदी के उफान से पिपरई रोड पर भी पुल से ऊपर पानी बहने लगा और रास्ते पर आवाजाही बंद हो गई।
वहीं तूमैन नदी के उफान पर आने से पुल से चार फिट ऊपर पानी बहता रहा। इसके अलावा बेतवा नदी ( betwa River ) में भी उफान जारी है, हालांकि लगातार चार दिन बंद रहने के बाद राजघाट स्थित यूपी-एमपी पुल पर सुबह से आवाजाही शुरु हो गई। लेकिन पुल से सटकर पानी बहता रहा।
18 फीसदी ज्यादा बारिश पिछले 24 घंटे में गुरुवार सुबह आठ बजे तक जिले में 9.5 मिमी बारिश हुई। अब तक जिले में 1041.75 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत बारिश से 18 .11 प्रतिशत अधिक है। मौसम विभाग ने जिले में आज भी भारी बारिश का अनुमान बताया है।
आंक्सी गांव से ट्रैक्टर-ट्रॉली निटर्र गांव जा रहा था और उस समय अंडरब्रिज में कम पानी था, लेकिन अचानक बारिश होने से पानी इतना बढ़ गया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली डूब गए। वहीं चालक मुश्किल से निकल सका और मोबाइल गिर गया। बाद में दूसरे ट्रैक्टर से खींचकर ट्रैक्टर-ट्रॉली को निकाला गया।
इधर, जर्जर हो चुके मकान का एक हिस्सा गिरा:- वहीं एक अन्य घटना में बारिश के चलते अशोकनगर के पुराने बाजार में एक जर्जर मकान अचानक से ढह गया। सड़क के किनारे पर बने इस मकान का मलबा आकर सीधा सड़क पर गिरा, जिसकी चपेट में आने से दो बच्चे घायल हो गए।
गनीमत रही कि वे मलबे के नीचे नहीं दबे। कई अन्य लोग भी मलबे के नीचे आने से बच गए। वरना हादसा गंभीर हो सकता था। एक बच्चे के सिर में अधिक चोट आने के कारण जिला अस्पताल में उपचार करवाया गया।
पुराने बाजार में मुख्य रोड पर एक मकान तीन दशकों से भी अधिक समय से खाली पड़ा था। समय के साथ इसकी हालत खस्ता होती चली गई और यह जर्जर हो गया। नपा ने भी इसे जर्जर मकानों की सूची में डालकर मकान मालिक को नोटिस भेजा, लेकिन मकान नहीं गिराया गया। अंतत: लगातार हो रही बारिश ने मकान की रही-सही दम भी निकाल दी और गुरुवार को करीब 12.20 बजे इसकी ऊपरी मंजिल और गली की ओर वाला हिस्सा भरभरा नीचे आ गिरा। ये मकान गौरी सोनी का बताया गया है।
MUST READ : MP संविदा शिक्षक 2019 वर्ग 3 के परीक्षा परिणाम! उसी समय वहां से गुजर रहे बच्चे नंदनी (11) पुत्री प्रदीप शर्मा एवं प्रशांत (4) पुत्र रामप्रसाद कुशवाह निकल रहे थे। दोनों मलबे की चपेट में आ गए। नंदनी को हल्की-फुल्की चोट आई, लेकिन प्रशांत के सिर में चोट आने से खून बहने लगा। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत ही पुलिस को सूचना दी और प्रशांत को जिला अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर पुलिस टीम भी तुरंत मौके पर पहुंच गई।
जिस सड़क पर मकान था, वह शहर की व्यवस्ततम सड़कों में से एक है। यहां से स्कूल व कोचिंग जाने वाले बच्चों सहित बहुतायत में लोग निकलते हैं। गली के अंदर मकान के सामने लोग रहते हैं और सड़क पर सामने ही एक दुकान है। साइड में झांकी भी लगी थी, लेकिन गनीमत रही कि कोई मलबे के नीचे नहीं आया और हादसा टल गया।
दो मोटरसाइकिलें दबीं मकान का मलबा गिरने से रास्ता बंद हो गया। मुख्य रास्ते के साथ ही गली का मुहाना भी मलबे ने रोक दिया। जिसके कारण करीब एक घंटे तक आवाजाही प्रभावित रही। नपा का अमले और जेसीबी ने रास्ते से मलबे को हटाया, तब जाकर रास्ता चालू हो सका। सड़क पर रखी राजकुमार जैन की बाइक व एक अन्य गाड़ी मलबे में दबने से क्षतिग्रस्त हो गई।
बारिश से धराशायी हुआ कच्चा मकान इसके साथ ही शंकरपुर में सरकारी स्कूल के पास एक कच्चा मकान बारिश से धराशायी हो गया। बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात महेन्द्र पुत्र नारायण कुशवाह का मकान गिर गया।
वहीं चंदेरी में दोपहर के समय तेज बारिश से गलियां नदी सी बहती नजर आईं और सदर बाजार में गली में पानी के तेज बहाव से गली में रखीं मोटरसाइकिलें वह गईं, जिन्हें कुछ दूरी पर पकड़ सके।
MUST READ : अभी और बरसेंगे बादलहमारी ओर सभी मकान मालिकों को दो-दो बार नोटिस जारी किए गए हैं। 10-12 ऐसे मकान हैं। हम अपनी ओर से किसी का मकान नहीं गिरा सकते। मकान का मलबा हटवा दिया गया है। बाकि मलबा मकान मालिक द्वारा हटवाया जा रहा है। – शमशाद पठान, सीएमओ नपा अशोकनगर
पत्रिका ने पहले ही किया था आगाह… पत्रिका ने जुलाई में ही शहर के जर्जर हो चुके मकानों के खतरे से आगाह किया था। जिसके बाद नपा की ओर से मकान मालिकों को नोटिस भी जारी किए गए थे। लेकिन कार्रवाई इसके आगे नहीं बढ़ी।
वहीं अभी भी दर्जन भर मकान लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं। जो कभी भी गिर सकते हैं। धराशायी हुए मकान के सामने ही देवी जी गली और प्रोसेशन रोड पर भी एक-एक मकान गिरने की कगार पर हैं। इसके अलाला बिलाला मिल की दीवार भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है।