व्यापारी के फड़ पर बोरों में भरी मिली रेत, मिलावट का आरोप-
किसान संघ ने पदाधिकारी जब व्यापारी के फड़ में अंदर गए तो फड़ के अंदर छह-सात बोरों में रेत भरी मिली। जो दूर से देखने से मसूर की तरह दिख रही थी और फड़ में मसूर भी पास में ही रखी हुई थी। किसान संघ ने आरोप लगाया कि रेत और मसूर के दाने बराबर आकार के हैं और इसे देखकर लगता है कि व्यापारी द्वारा मसूर में रेत की मिलावट की जाती है। इससे किसानों ने प्रशासन से फड़ पर रेत की जांच करने की मांग भी भी।
किसान बोला व्यापारी ने दिया 10 हजार का लोभ-
किसान फारुख खां का आरोप है कि जब उसने मंडी व्यापारी से कहा कि वह घर से ही इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे से 16 क्विंटल चना तौलकर लाया था और फड़ पर 89 किलो कम निकला है, तो व्यापारी ने उसे मामले को छिपाने के एवज में 10 हजार रुपए देने का लोभ दिया। लेकिन किसान ने अन्य किसानों को गड़बड़ी बता दी, इससे किसान भड़क गए। एसडीएम का कहना है नायब तहसीलदार के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए टीम गठित कर जांच प्रतिवेदन मांगा है।
बड़ा सवाल: तौल में गड़बड़ी पर गंभीर क्यों नहीं मंडी प्रबंधन-
अनाज की तौल में गड़बड़ी का यह पहला मामला नहीं है। बल्कि आए दिन किसानों द्वारा मंडी प्रबंधन से तौल में गड़बड़ी की शिकायतें की जा चुकी हैं। कुछ दिन पहले भी एक किसान ने तौल कांटे में गड़बड़ी पकड़ी थी और वीडियो बनाकर सार्वजनिक कर दिया था। लेकिन मंडी प्रबंधन ने कोई कार्रवाई न कर मामले को दबा दिया। इसके अलावा अन्य गड़बड़ी भी मंडी में पकड़ी जा चुकी हैं। जबकि व्यापारियों के फड़ पर तुलावट मंडी समिति का रहता है। इससे जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
हम मंडी गए थे, जहां पर करीब 15 किसानों ने फड़ क्रमांक 58 पर तौल में गड़बड़ी कर अनाज चोरी करने का आरोप लगाया। किसानों का आरोप था कि हर क्विंटल पर तीन-तीन किलो अनाज ज्यादा लिया गया, इससे उन 15 किसानों को हर क्विंटल पर तीन-तीन किलो ज्यादा अनाज की राशि का भुगतान कराया जा रहा है। जांच समिति गठित कर दी है और जांच प्रतिवेदन आने पर कार्रवाई की जाएगी।
नीलेश शर्मा, एसडीएम अशोकनगर
किसानों ने खुद ही गड़बड़ी पकड़ी है, लेकिन मंडी के अधिकारी मामले को देखते रहे और कोई कार्रवाई नहीं की। इससे प्रशासन को फड़ पर बुलाया गया। किसानों के साथ लूट करने वाले व्यापारी का फड़ बंद कर एफआईआर कराना चाहिए।
जगरामसिंह यादव, प्रांत मंत्री भारतीय किसान संघ