scriptमानवता फिर हुई शर्मसार : कल कचरा गाड़ी आज ऑटो में ले जाना पड़ा बच्ची का शव | dead body was taken to auto | Patrika News

मानवता फिर हुई शर्मसार : कल कचरा गाड़ी आज ऑटो में ले जाना पड़ा बच्ची का शव

locationअशोकनगरPublished: Jul 25, 2019 11:29:11 am

Submitted by:

Amit Mishra

कमलनाथ के निर्देश के बावजूद नहीं मिला शव वाहन , ऑटो में ले जाना पड़ा शव

news

अशोकनगर@ जावेद खान की रिपोर्ट…

शहर में एक दिन पहले महिला के शव को कचरा वाहनों में लाने की घटना पर सीएम कमलनाथ Kamal Nath ने दुख जताते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन उनके द्वारा दिए गए निर्देश हवा में उड़ा दिए गए। एक 11 साल की बच्ची के परिजन उसके शव dead body को ले जाने के लिए घंटों भटकते रहे, लेकिन उन्हें शव वाहन नहीं मिला। अंत मेें परिजन चंदा कर 400 रुपए में ऑटो Auto से बच्ची के शव लेकर गए।

 

परिजन चंदा लगाकर दिया ऑटो का किराया
नीलेश (11) पुत्र राजधर अहिरवार निवासी शंकरपुर मगरदा अपनी मां के साथ मौसी के यहां पाटखेड़ा गई थी। वहां मंगलवार की रात में वह अपनी मां के साथ सो रही थी और मौसा-मौसी घर पर नहीं थे। वे मजदूरी के लिए कहीं गए हुए थे। रात में करीब 2.00 बजे उसे एक जहरीले कीड़े ने काट लिया। वह चीखकर उठ गई और मां को बताया। मां उसे पास ही स्थित एक मंदिर पर ले गई और चबूतरे पर लेटा दिया। रात में उन्हें अशोकनगर आने के लिए कोई वाहन नहीं मिला। सुबह करीब 5.00 बजे तक बच्ची वहीं पड़ी रही।

news mp

करवाते रहे झाडफ़ूंक
सुबह तक एक तांत्रिक आए तो गले में जड़ी-बूटी बांध दी। बच्ची की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। सुबह उसके मौसा-मौसी भी गांव पहुंच गए थे और अन्य गांव वाले भी एकत्रित हो गए थे। लेकिन बच्ची को अस्पताल तक पहुंचाने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। पिता के वहां पहुंचने के बाद ऑटो करके उसे जिला अस्पताल लाया गया। सुबह करीब 12 बजे वे लोग जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

जरूर पढ़े : शर्मसार मानवता: जिला अस्पताल ने शव वाहन की जगह भेज दी कचरे फेंकने वाली ट्रेक्टर ट्राली! परिजनों को वापसी में भी शव लाने का देना पड़ा किराया VIDEO

नपा व अस्पताल ने फिर नहीं दिया वाहन
जिला अस्पताल में पीएम के बाद परिजनों ने शव वाहन के लिए प्रयास शुरू किए तो उन्हें एक घंटे तक भी शव वाहन नहीं मिला। जबकि सीएम कमलनाथ ने मंगलवार की घटना को लेकर ट्वीट किया था कि इस तरह की घटनाएं मानवता को तार-तार करने वाली हैं। लापरवाही बरतने वाले दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए। इसके बावजूद न तो नपा का शव वाहन मिल सका और न ही अस्पताल का। नपा ने कहा कि हमारो पास शव वाहन नहीं है, सुधरने के पड़ा है। जबकि अस्पताल ने ऐसी कोई व्यवस्था न होने की बात कही।

दूसरे दिन वाहन भेजने से किया इंकार
मजबूर पिता यहां-वहां चक्कर काटता रहा और अंत में रिश्तेदारों की मदद से एक ऑटो किया। इसके लिए रिश्तेदारों और मिलने वालों ने से चंदा किया गया। 400 रुपए में ऑटो से बच्ची का शव अस्पताल से ले जाया गया। जबकि शंकरपुर तक ऑटो जाने का ज्यादा से ज्यादा चार्ज 60 रुपए होता है। उल्लेखनीय है कि नपा ने एक दिन पहले शव वाहन की जगह कचरा गाड़ी भेज दी थी। यह मामला उछलने के बाद नगरपालिका ने दूसरे दिन वाहन भेजने से इंकार किया।


एएसआई निलंबित, दो नपाकर्मियों सेवा समाप्त
मंगलवार को महिला के शव को ले जाने शव वाहन न मिलने और शव को कचरा गाड़ी से लाने के मामले में एक पुलिसकर्मी व दो नपा कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। कलेक्टर डा. मंजू शर्मा ने नपा के वाहन प्रभारी विकास शर्मा और गोलू साहू की सेवा समाप्ति के आदेश दिए हैं। वहीं एएसआई भगत को भी निलंबित कर दिया गया है। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई तो हुई, लेकिन व्यवस्थाएं नहीं सुधारी गईं।

 


शव वाहन सुधरने पड़ा है। उसकी क्रेंक टूट गई थी और टायर भी खराब हो गए थे। खराब वाहन नहीं भेज सकते। मिस्त्री से बात कर तुरंत वाहन सुधारने के कहा है। उसके अनुसार आज वाहन ठीक हो जाएगा। यह वाहन नपा का नहीं है, रोगी कल्याण समिति का है। हमारा केवल ड्राईवर होता है। कलेक्टर को भी वाहन के लिए पत्र लिखा है।
शमशाद पठान, सीएमओ नपा अशोकनगर।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो