माताजी ने कहा कि पार्यावरण कोई हम से अलग नहीं है ये सब हमारे जीवन में सहायक है हम इनका उतना ही उपयोग करे जितनी आवश्यकता है अत्याधिक उपयोग से आज वातावरण दुशित हो रहा है जिसे सब को मिलकर रोकना होगा। उन्होंने कहा कि श्रमण धर्म और श्रावक धर्म ये ही दो रास्ते हैं लोग कहते हैं कि धर्म मन्दिर में होता हैं धर्म घर में भी हो सकता है घर में काम करते हुए भी धर्म होता हैं ग्रहस्थ धर्म का स्वरूप वहुत बड़ा है।
अब विचारणीय विषय है कि ग्रहस्थी में धर्म का पालन कैसे करें। उदाहरण के लिए घर में रोटी वनाते है तो आटा छानकर रोटी बनाते है परम्परा से आटा छन रहा है लेकिन उद्देश्य पता ही नहीं है आटा छानने के पीछे उद्देश्य अहिंसा धर्म का पालन करना है सिर्फ रूढि नहीं है। सब्जी सुधरना सिर्फ घर ग्रहस्थी का काम करना नहीं है वल्कि जो जीव इस क्रिया में निकले उनको भी जीवन मिले। हमारी प्रत्येक क्रिया में अहिंसा धर्म का पालन हो सके ऐसी कोशिश करना चाहिए। आर्यिका रत्न श्री विज्ञान मति माताजी ससंघ ने कोलारस में पांच दिन रूककर दोपहर वाद शिवपुरी के लिए विहार कर दिया। विहार में माताजी के समाज के प्रमुख जनो में डीके जैन, विजय जैन धुर्रा, सुमत जैन, पिन्टू जैन सहित अन्य भक्तों ने विहार किया वुधवार की सुबह माताजी का नौगजा जी सैसई तीर्थ क्षेत्र प्रवचन होगा।
इधर, दो दिवसीय चिकित्सा शिविर लगेगा श्री 1008 भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में दिगंबर जैन पंचायत द्वारा श्रीज्ञान सागर दिगंबर जैन औषधालय एवं जैन चैरिटेबल पॉली क्लीनिक के सहयोग से दो दिवसीय निशुल्क स्त्री रोग एवं दंत रोग परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। दिगंबर जैन औषधालय व नर्सिंगहोम के अध्यक्ष विशाल जैन रिंकू ने बताया कि भगवान महावीर का जन्म महोत्सव पर लोगों की सुविधा के लिये नि:शुल्क स्त्री रोग व दन्त रोग शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. किरण राठौर एवं दंत रोग विशेषज्ञ डा. प्रेरणा जैतवार, डा. प्रेम विश्वास अपनी सेवायें देंगे। शिविर १५ व १६ अप्रैल को सुबह ९.३० बजे से १२.३० व शाम ४ बजे से ६ बजे तक किया जाएगा।