जर्जर होकर गडढों में तब्दील शहर की सड़कें, पानी भरने से निकलना भी मुश्किल तो लोग परेशान
अशोकनगरPublished: Jul 02, 2022 09:27:07 pm
अनदेखी अब बनी परेशानी: जर्जर सड़कों की मरम्मत पर समय रहते नहीं दिया ध्यान, अब बढी परेशानी।
अशोकनगर. समय रहते मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया तो शहर की सड़कें जर्जर होकर गडढों में तब्दील हो चुकी हैं, जो बारिश के मौसम में लोगों की परेशानी बन रही हैं। इससे आवाजाही में लोग परेशान हैं। स्थिति यह है कि वाहन निकलते ही सड़क के गडढों से कहीं गिट्टी तो कहीं पानी उचटकर दुकानदारों व पैदल राहगीरों की समस्या बढा रहा।
शहर की ज्यादातर सड़कें अब बदहाल हो चुकी हैं। शहर के मुख्य क्षेत्र में भी सड़कों की हालत खराब है। पुराना बाजार प्रोसेशन रोड हो या विदिशा रोड, ज्यादातर सडकें गडढों में तब्दील हो चुकी हैं और बारिश का मौसम शुरू होते ही इन जर्जर सड़कों पर दोपहिया वाहनों के फिसलने की घटनाएं बढ गई हैं। शहरवासियों का कहना है कि परिषद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जबकि लोगों ने कई बार शिकायतें कर समस्या बताई, तो वहीं अब आचार संहिता का कारण बताया जा रहा है। इससे अब लोगों को पूरी बारिश के मौसम में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
प्रभारी मंत्री के निर्देश का 11 माह में भी नहीं असर
वायपास से तुलसी सरोवर पार्क व रेस्ट हाउस की सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है। पिछले वर्ष अगस्त माह के प्रभारी मंत्री प्रधुम्नसिंह तोमर ने सड़क को सुधारने के निर्देश थे और कहा था कि शहर में उनके दूसरे दौरे से पहले सड़क सुधर जाना चाहिए, लेकिन 11 माह बाद भी हालात वैसे ही हैं और सड़क की पुलिया टूटकर बड़ा गडढा हो गया है, फिर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके अलावा पछाड़ीखेड़ा व विदिशा रोड पर नपा ने पाइप लाइन सुधारने के नाम पर तीन दर्जन गडढे किए थे, जो अब परेशानी बन रहे हैं।
इन तीन मुख्य रास्तों से जानें शहर की सड़कों के हाल
1. जहाँ सबसे ज्यादा भीड़, वह सड़क गडढों में तब्दील
शहर के गांधी पार्क-इंदिरा पार्क रोड पर सबसे ज्यादा भीड़ रहती है और यहाँ पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। लेकिन सड़क गडढों में तब्दील हो गई है और कई जगह सड़क ही गायब हो गई है, अब पानी से भरकर यह गडढे वाहन चालकों और पैदल राहगीरों की परेशानी बन गए हैं और लोगों को निकलने परेशान होना पड़ता है। वहीं गडढों में भरा पानी वाहनों से उचटकर पैदल चलने वाले लोगों और दुकानदारों की परेशानी बन रहा है।
2. वाहनों से उचट रही गिट्टी, तो दुकानों से हटे कांच के शोकेस
शहर में इंदिरा पार्क-सुराना पार्क रोड पर भी सड़क जर्जर होकर गडढों में तब्दील हो चुकी है। इससे डामरीकरण की गिट्टी उखड़ गई है, जो यहाँ से निकलने वाले वाहनों से उचटकर पैदल निकलने वाले लोगों और दुकानों में जाकर लगती है। दुकानदारों का कहना है कि वाहन निकलते ही लोगों को बचना पड़ता है कि गिट्टी उचटकर चोटिल न कर दे। इससे दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर कांच के शोकेस रखना बंद कर दिया, तो कई ने शोकेस का कांच ही हटा दिया।
3. नाले में तब्दील डिवाइडर, सड़क पर फैल रही मिट्टी
शहर की फोरलेन वायपास रोड पर बीचोंबीच डिवाइडर के लिए एक मीटर चौड़ी जगह छोड़ी गई थी, लेकिन डिवाइडर का निर्माण नहीं हुआ। इससे सड़क के बीच मे यह डिवाइडर पानी से भरकर नाले में तब्दील हो चुका है। रात में पानी भरा हुआ डिवाइडर समतल दिखने से वाहन निकालते समय पहिया धंस जाते हैं। इससे डिवाइडर की मिट्टी वाहनों के पहियों से चिपककर सड़क पर फैल जाती है और सड़क पर फिसलन बढ़ जाती।