उसने थानाधिकारी से तत्काल नाकेबंदी करवाकर लुटेरों को पकडऩे का आग्रह किया, लेकिन उसे पहले रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाने जाने के लिए कहकर पुलिस जीप आगे बढ़ गई। व्यवसायी थाने भी गया, लेकिन वहां उसकी शिकायत लेकर रख ली गई। रविवार को पुलिस की कार्यशैली से नाराज सर्राफा बोर्ड के कई पदाधिकारी पीडि़त व्यवसायी को लेकर किशोरपुरा थाने पहुंचे, तब जाकर पुलिस ने लूट का मामला दर्ज किया।
पुलिस ने बताया कि तलवंडी निवासी नरेन्द्र मित्तल की रामपुरा में सर्राफा की दुकान है। शनिवार रात करीब 8 बजे मित्तल दुकान बंद कर स्कूटर से घर लौट रहे थे। गहनों से भरा बैग स्कूटर में आगे रखा हुआ था।
मित्तल अभी घोड़ा चौराहा ही पहुंचे थे कि उनके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने कहा, पप्पूजी बोल रहे हैं…। मित्तल ने रोंग नम्बर कहकर फोन काट दिया और आगे बढ़ गए। अभी कब्रिस्तान के सामने पुलिया तक ही पहुंचे थे कि फिर फोन बजा।
रुककर बात करने के लिए फोन निकाला, तभी पीछे से बाइक पर आए दो युवकों ने स्कूटर पर रखा बैग छीन लिया तथा मित्तल को स्कूटर समेत धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद वे बैग लेकर भाग गए। एक राहगीर ने मित्तल को उठाया तथा किशोरपुरा थाने में फोन किया। कुछ देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई।