झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्ती
अशोकनगरPublished: Sep 07, 2016 10:46:00 pm
अशोकनगर. जिले में झोलाछाप
डाक्टरों पर प्रशासन अब सख्त हो गया है। कलेक्टर बाबूसिंह जामोद के आदेश के
बाद सीएमएचओ डा. रामवीरसिंह रघुवंशी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र जारी
कर पांच दिन में कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
अशोकनगर. जिले में झोलाछाप डाक्टरों पर प्रशासन अब सख्त हो गया है। कलेक्टर बाबूसिंह जामोद के आदेश के बाद सीएमएचओ डा. रामवीरसिंह रघुवंशी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र जारी कर पांच दिन में कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। यदि कार्रवाई हुई तो ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ता और सहज इलाज उपलब्ध करवाने वाले झोलाछाप डाक्टरों की दुकानें बंद हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि करीब चार माह पहले तत्कालीन कलेक्टर ने झोलाछाप डाक्टरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि यह मामला टीएल पर अंकित है। 11 मई, 27 मई और 20 जुलाई2016 को इस संबंध स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजे जा चुके हैं। सोमवार को टीएल बैठक में कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। सीएएचओ ने बताया कि सिविल सर्जन, खंड चिकित्सा अधिकारी एवं चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। उन्हें समय सीमा में झोला छाप पर कार्रवाई करने आदेश दिए हैं।
जगह-जगह हैं दुकानें
अकेले जिला मुख्यालय पर ही झोलाछाप डाक्टरों की छोटी-बड़ी आधा सैकड़ा से अधिक दुकानें चल रही हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी इनकी संख्या अधिक है। ग्रामीणों की बड़ी आबादी उपचार के लिए इन झोलाछाप डाक्टरों पर ही निर्भर है और आवश्यकता के समय उन्हें घर के पास ही प्राथमिक उपचार मिल जाता है।