पेयजल व्यवस्था: दो साल में नहीं सुधरा फिल्टर प्लांट, पेयजल के लिए अब नए प्लांट का भेजा प्रस्ताव
चाहे बारिश का मौसम हो गया सर्दी-गर्मी, वर्षों से एक दिन छोडक़र पानी सप्लाई।
अशोकनगर
Published: February 20, 2022 10:22:56 pm
अशोकनगर. चाहे बारिश का मौसम हो या सर्दी व गर्मी का मौसम, शहर में वर्षों से एक दिन छोडक़र ही पेयजल सप्लाई होता है, उसमें भी लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता। समस्या देख नपा ने पुराने बंद पड़े फिल्टर प्लांट को चालू कराने का कार्य शुरु किया, लेकिन दो साल में भी प्लांट नहीं सुधर सका। इससे अब नपा ने नया फिल्टर प्लांट बनाने शासन को प्रस्ताव भेजा है।
शहर में नया फिल्टर प्लांट बना तो नपा ने शहर के पुराने फिल्टर प्लांट का इस्तेमाल बंद कर दिया। करीब तीन-चार साल बंद रहने से पुराने फिल्टर प्लांट के विद्युत पंप व मशीनें खराब हो गईं व उनमें जंग लग गया। दो साल पहले नपा ने पुराने फिल्टर प्लांट को फिर से चालू कराने 66 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की, लेकिन दो साल में तीन नोटिस देने के बाद भी जब सुधार कार्य शुरु नहीं हुआ तो नपा ने शहर में नया फिल्टर प्लांट बनाने की मांग का प्रस्ताव भेजा है। ताकि ज्यादा मात्रा में पानी शुद्ध किया जा सके। अभी एक दिन छोडक़र शहर में 60 लाख लीटर पानी की सप्लाई होती है, लेकिन पर्याप्त पानी देने के लिए ज्यादा पानी देने की जरूरत है।
शहरवासी बोले 15 दिन पानी देकर 30 दिन का वसूलते हैं किराया-
शहरवासियों का कहना है कि नपा द्वारा पानी एक छोडक़र सप्लाई किया जाता है, इससे प्रत्येक नल कनेक्शन पर महीने में सिर्फ 15 दिन ही पानी सप्लाई होता है, लेकिन नपा द्वारा शहरवासियों से 30 दिन का किराया वसूल किया जाता है। इससे जब रोजाना और पर्याप्त पानी देने की बात कही जाती है तो पानी की कमी बताई जाती है। शहरवासियों का कहना है कि नपा या तो पर्याप्त मात्रा में रोजाना पानी उपलब्ध कराए, या फिर जल कर भी आधा ही वसूले।
रोज पानी मिलने अब राजघाट से ही उम्मीद-
नपा के मुताबिक अमाही तालाब से रोज 12 एमएलडी पानी लिया जा सकता है और बांध में अभी 18 फिट पानी है। वहीं जल जीवन मिशन के तहत राजघाट से जिले को पानी देने की योजना है और इसी से शहर को रोजाना पानी मिलने की उम्मीद है। राजघाट बांध की जल परियोजना से शहर को रोजाना 13 एमएलडी पानी मिलने लगेगा, इससे रोजाना पानी सप्लाई हो सकती है। लेकिन इसके लिए शहर को एक और फिल्टर प्लांट की जरूरत है। एक और फिल्टर प्लांट बनने से ज्यादा मात्रा में पानी शुद्ध हो सकेगा।
यह भी खास-
- जहां शहर में रोजाना एक दिन छोडक़र पेयजल सप्लाई होता है, वहीं गर्मी के मौसम में पेयजल समस्या बढ़ जाती है और पानी कम मिलने लगता है।
- गर्मी के मौसम में पानी कम मिलने की वजह से घर में पानी की पूर्ति करने के लिए अन्य जगहों से पानी की व्यवस्था करना पड़ती है, तब पूर्ति होती है।
- गर्मी के मौसम में बड़ी संख्या में टैकरों से पानी बिकता है और मजबूरी के चलते शहर में लोगों को पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझाना पड़ती है।
- गर्मी का मौसम अभी शुरु नहीं हुआ है, लेकिन पर्याप्त पानी की व्यवस्था के लिए इंतजाम अभी से शुरु नहीं किए गए हैं।
- शहर में 8996 नल कनेक्शन है, जिन पर फिल्टर प्लांट से फिल्टर्ड पानी भेजा जाता हैं, वहीं शेष जगहों पर लोगों को अनफिल्टर्ड पानी मिलता है।
वर्जन-
दो साल में तीन बार नोटिस ठेकेदार को दे चुके हैं, लेकिन पुराने फिल्टर प्लांट को चालू नहीं किया जा सका। अमृत योजना के तहत नया फिल्टर प्लांट बनवाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।
भानु कुशवाह, उपयंत्री नपा अशोकनगर

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