घटना देहात थाना क्षेत्र के खिरिया गुहांस गांव में रात आठ बजे की है। 40 वर्षीय जानकीबाई घर पर अकेली थी और उसका पति परशुराम नायक शादी के कार्यक्रम में बाहर गया हुआ था। आरोप है कि जानकीबाई का उसकी जेठानी के बच्चों से विवाद चल रहा था। जानकीबाई को गंभीर जली हुई हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रिश्तेदार धर्मवीर बंजारे का आरोप है कि घटना के दौरान वह घर पर था, जहां पहले तो उसकी मौसी जानकीबाई के साथ उसी की जेठानी के बेटों ने लाठियों से मारपीट की और जेठानी कपूरीबाई ने उसकी मौसी जानकीबाई को केरोसिन डालकर आग लगा दी।
इससे जानकीबाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी एलएल भंवर ने गांव जाकर जानकारी ली और नायब तहसीलदार दीपेश धाकड़ ने जिला अस्पताल पहुंचकर महिला के बयान दर्ज किए। थाना प्रभारी एलएल भंवर के मुताबिक वह जांच के लिए गांव गए हुए थे, लेकिन गांव में कोई कुछ नहीं बता रहा है और वह मामले को छिपा रहे हैं। थाना प्रभारी के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
आग से जली महिला की मौत-
दूसरी घटना जिले की मुंगावली तहसील के आमनचार गांव की है। 23 वर्षीय पूजाबाई पत्नी दिनेश विश्वकर्मा 16 अप्रैल को घर पर आग से जल गई थी। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है और पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
यहाँ , आग लगने से जले युवक की भोपाल में मौत
अशोकनगर. टीका फलदान के कार्यक्रम के दौरान गैस सिलेण्डर में आग लगने से झुलसे एक युवक की भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं दूल्हे की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। घटना 21 अप्रैल को जिले के मुंगावली की कस्बारेंज क्षेत्र की मदीना कॉलोनी की है। रामप्रसाद अहिरवार के बेटे बृजेश अहिरवार का 21 अप्रैल को टीका फलदान का कार्यक्रम था और 22 अप्रैल को शादी होना थी। टीका फलदान के लिए खाना बनाते समय अचानक सिलेण्डर का नोजल निकल जाने से अचानक आग लग गई थी। इस घटना में दूल्हा बृजेश अहिरवार, उसकी ***** सोनम और जीजा बैतूल निवासी विक्रम टिटारिया बुरी तरह से झुलस गए थे, जिन्हें इलाज के लिए भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान विक्रम टिटारिया की मौत हो गई।
यहाँ , दो घटनाओं में दो विवाहिताओं की मौत,
प्रसव के बाद प्रसूता और नवजात की मौत, खून की कमी को बताया कारण
अशोकनगर. करीब एक सप्ताह से जिला अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता और उसके नवजात शिशु की प्रसव के बाद मौत हो गई। इसका कारण प्रसूता में खून की कमी को बताया गया है। सावन गांव निवासी 35 वर्षीय चंद्रेशबाई पत्नी कप्तान अहिरवार को परिजनों ने करीब एक सप्ताह पहले प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। प्रसव समय पर नहीं होने तथा प्रसूता को खून की कमी होने पर उसे शाम को दो बार रक्त चढ़ाया गया। लेकिन लगातार बीपी घटने के बाद प्रसूता उल्टी रकती रही और उसने दम तोड़ दिया। साथ ही उसके नवजात शिशु ने भी दम तोड़ दिया।