शासन ने 20 दिसंबर 2017 को राजपत्र में प्रकाशन कर बहादुरपुर को जिले की आठवी तहसील प्रस्तावित किया था। इससे बहादुरपुर क्षेत्र के लोग तहसील शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। मार्च महीने से भू-अभिलेख की वेबसाइट पर यह बहादुरपुर को तहसील के रूप में दर्ज कर दिया गया है। हालांकि इसमें अभी न तो गांवों की सूची दर्ज है और न हीं जमीन का कोई रिकॉर्ड। इससे लोगों को मुंगावली तहसील के रिकॉर्ड से ही किसानों को जमीन की नकलें निकलती हैं। हालांकि भू-अभिलेख अधीक्षक का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद मुंगावली तहसील से रिकॉर्ड को छांटकर बहादुरपुर में दर्ज कर दिया जाएगा।
35 पटवारी हल्के रहेंगे नई तहसील में-
20 दिसंबर 2017 को राजपत्र में हुए प्रकाशन अनुसार मुंगावली तहसील के राजस्व वृत अथाईखेड़ा ओर बहादुरपुर के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 30, 33 और 36 से 39 तक के कुल 35 पटवारी हल्कों को मिलाकर बहादुरपुर तहसील बनेगी। इससे मुंगावली तहसील में सिर्फ 36 ग्राम पंचायतें ही बचेंगी। वर्तमान में मुंगावली तहसील में 71 ग्राम पंचायतें हैं और 201 गांव है। लेकिन बहादुरपुर के तहसील बनते ही मुंगावली तहसील में 36 ग्राम पंचायतों के 111 गांव ही बचेंगे।
भू-अभिलेख की वेबसाइट पर बहादुरपुर तहसील के रूप में दर्ज है, लेकिन अभी इसका रिकॉर्ड अलग नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव के बाद ही मुंगावली तहसील से इन पटवारी हल्कों को अलग करके रिकॉर्ड बहादुरपुर में दर्ज किया जाएगा।
राजनाथ मिश्रा, अधीक्षक भू-अभिलेख अशोकनगर