तीन दिन से डीईओ ऑफिस की बिजली बंद, डीईओ बोले नहीं बकाया तो कंपनी ने बताए 96 लाख
बिजली बिल: बिजली कंपनी ने डीईओ कार्यालय की काटी बिजली, तो तीन दिन से कंप्यूटर-पंखे भी बंद।
- डीईओ ने कहा कि बिजली कंपनी की मनमानी के खिलाफ जाएंगे उपभोक्ता फोरम।
अशोकनगर
Published: April 01, 2022 09:43:40 pm
अशोकनगर. बिजली कंपनी ने डीईओ कार्यालय की बिजली सप्लाई काट दी, इससे तीन दिन से ऑफिस में कंप्यूटर व पंखे भी बंद हैं और वित्तीय वर्ष समापन का कार्य चलने से विभाग को बाजार में दुकानों पर पहुंचकर कंप्यूटर कार्य निपटाना पड़ा। डीईओ का कहना है कि कोई भी बिल बकाया नहीं है, तो वहीं बिजली कंपनी शिक्षा विभाग पर 96 लाख रुपए बकाया बता रही है।
मामला जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का है। बिजली कंपनी ने 29 मार्च को कार्यालय की बिजली काट दी। साथ ही चंदेरी, ईसागढ़ व अशोकनगर बीईओ कार्यालय की भी बिजली सप्लाई काट दी गई। डीईओ नीरज शुक्ला का कहना है कि सिर्फ छह हजार रुपए बकाया थे और उसी दिन वह राशि भी जमा करा दी, बाद में लाइनमेन कनेक्शन जोडऩे के लिए भी आया, लेकिन कनेक्शन न जोड़कर वापस यह कहते हुए चला गया कि कंपनी के अधिकारी निर्णय लेंगे। इससे अब तक डीईओ कार्यालय में बिजली सप्लाई बंद है और इससे भीषण गर्मी के मौसम में अधिकारी-कर्मचारी कागजों से खुद को हवा करते नजर आ रहे हैं, वहीं वित्तीय वर्ष समापन का कार्य भी बाजार में दुकानों व निजी स्कूलों के कंप्यूटरों से निपटाना पड़ा।
बिजली बिल: तीन ब्लॉकों के स्कूलों पर 96 लाख रु.बकाया-
बिजली कंपनी के डीई श्रवण पटेल का कहना है कि शिक्षा विभाग के अशोकनगर, ईसागढ़ व चंदेरी ब्लॉक के स्कूलों पर बिजली बिल की 96 लाख रुपए की राशि बकाया है और जब तक स्कूलों की यह बकाया राशि जमा नहीं होगी, तब तक बिजली कनेक्शन चालू नहीं किया जाएगा। इससे शिक्षा विभाग व बिजली कंपनी के बीच विवाद की स्थिति बनती नजर आ रही है और डीईओ ने इसे बिजली कंपनी की मनमानी बताकर भोपाल में वरिष्ठ अधिकारियों व कलेक्टर से भी शिकायत की है।
मुंगावली: चुनाव के समय अस्थाई कनेक्शन, बिल 30 से 60 हजार-
मुंगावली बीईओ नरेंद्रसिंह बैस का कहना है कि लोकसभा चुनाव के समय स्कूलों में बिजली कंपनी ने अस्थाई कनेक्शन दिए थे, लेकिन बिजली बिल प्रत्येक स्कूल का 30 हजार से 60 हजार रुपए दिया। जबकि स्कूलों में चुनाव के बाद से ही बिजली नहीं है और न हीं वहां कोई मीटर लगे हुए हैं। जब स्कूलों में बिजली ही नहीं है तो वह मनमाने बिल जमा क्यों करें। बीईओ का कहना है कि इस पर हमने शर्त रखी थी कि जिन स्कूलों के कनेक्शन चालू हो जाएंगे, उनका हम बिल जमा कर देंगे। लेकिन कंपनी ने कनेक्शन ही चालू नहीं किए।
अधिकारियों ने यह लगाए मनमानी के आरोप-
- बिजली बिल बकाया न होने के बाद भी मुंगावली के बालिका छात्रावास की बिजली काट दी, जब फोन लगाकर बकाया की जानकारी पूछी तो कनेक्शन जोड़ा गया।
- मुंगावली बीआरसीसी कार्यालय का भी कनेक्शन काट दिया व दिनभर नहीं जोड़ा, बाद में बीआरसीसी ने जमा बिल की रसीद भेजीं तब कनेक्शन जोड़ा गया।
- चुनाव के समय अस्थाई कनेक्शन दिए, कहीं 20 दिन तो कहीं 10 दिन बिजली चालू रही होगी, लेकिन बिजली बिल 30 से 60 हजार रुपए के भेजे।
वर्जन-
डीईओ कार्यालय पर 6 हजार रुपए बकाया थे, हमने उसी दिन जमा करा दिए लेकिन 29 मार्च को बिजली काट दी व अब तक नहीं जोड़ी, कंप्यूटर का पूरा काम बाजार कराना पड़ रहा है। कंपनी की मनमानी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम जाएंगे।
नीरज शुक्ला, डीईओ अशोकनगर
डीईओ बिल बकाया न होने की गलत जानकारी दे रहे हैं, मेरे क्षेत्र में तीन ब्लॉकों के स्कूलों का शिक्षा विभाग का 96 लाख रुपए बिजली बिल बकाया है। जब तक राशि जमा नहीं होगी, हम कनेक्शन नहीं जोड़ेंगे। बीईओ कार्यालयों की भी बिजली काटी गई है।
श्रवण पटेल, डीई बिजली कंपनी अशोकनगर

तीन दिन से डीईओ ऑफिस की बिजली बंद, डीईओ बोले नहीं बकाया तो कंपनी ने बताए 96 लाख
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