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सीएस बोले बगावत करोगे तो मुझसे खतरनाक सीएस पूरे हिंदुस्तान में नहीं मिलेगा

locationअशोकनगरPublished: Jan 11, 2019 10:56:26 am

Submitted by:

Arvind jain

सफाई कर्मचारी बोले जो हमारे पैसे खा गया उसी व्यक्ति को क्यों बनाया जा रहा है मैनेजर…

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सीएस बोले बगावत करोगे तो मुझसे खतरनाक सीएस पूरे हिंदुस्तान में नहीं मिलेगा

अशोकनगर. जिला अस्पताल में सफाई सुपरवाईजर पुराने ठेकेदार के कर्मचारी को बनाने पर सफाई कर्मचारियों और सिविल सर्जन डॉ.एसएस छारी के बीच जमकर बहस हुई। जहां सफाई कर्मचारियों ने पुराने ठेकेदार के कर्मचारियों को मैनेजर बनाने का विरोध जताया, तो सिविल सर्जन बोले कि बगावत करोगे तो मुझसे खतरनाक सीएस और डॉक्टर पूरे हिंदुस्तान में नहीं मिलेगा जिसके पीछे पड़ जाता हूं उसे जड़ से मिटा देता हूं। इस पर सफाई कर्मचारी बोले कि यदि हमें भगाना चाह रहे हो तो भगा दो, लेकिन केसे भाग जाएं। इससे लंबे समय तक दोनों के बीच बहस होती रही। बाद में सिविल सर्जन मीटिंग में जाने की बात कहकर चले गए।


मामला जिला अस्पताल की सफाई के ठेके का है। ठेकेदार ने 22 सफाई कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था के लिए अस्पताल में नियुक्त किया था। लेकिन सफाई कर्मचारियों का कहना है कि ठेका करीब आठ महीने पहले समाप्त हो गया है और रोगी कल्याण समिति ने उन्हें अस्पताल में सफाई व्यवस्था में लगाया है। कर्मचारियों का आरोप है कि अस्पताल द्वारा फिर से ठेकेदार के कर्मचारी को सुपरवाईजर बना दिया है।

इस पर गुरुवार को सुबह वह अस्पताल में सिविल सर्जन के पास शिकायत करने के लिए गए थे। जहां पर सिविल सर्जन ने कहा कि पुराने ठेकेदार का ही ठेका चल रहा है और कई बार वह कलेक्टर से ठेका बढ़वाकर सफाई कर्मचारियों से काम ले रहे हैं। इस पर कर्मचारियों ने कहा कि हमने चार बार कलेक्टर और सीएमएचओ के पास पहुंचकर शिकायत की थी, तब ठेका निरस्त हुआ था। इसके बाद अस्पताल ने रोगी कल्याण समिति के माध्यम से काम करने के लिए उन्हें नियुक्त किया था। सुपरवाईजर बनाने की बात को लेकर सफाई कर्मचारियों और सिविल सर्जन के बीच बहस शुरू हो गई और लंबे समय तक बहस जारी रही।

 

कर्मचारियों का आरोप, सुपरवाईजर खा चुका हमारा पैसा-
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि पुराने ठेेकेदार का वह कर्मचारी जिसे सुपरवाईजर बनाया गया है, उसने पहले हमारा पीएफ खा लिया और आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया। लेकिन अब जब रोगी कल्याण समिति सफाई व्यवस्था देख रही है तो फिर पुराने ठेकेदार के कर्मचारी को ही सुपरवाईजर क्यों बनाया जा रहा है। हालांकि सिविल सर्जन का कहना है कि ठेका पुराने ठेकेदार का ही चल रहा है।

मुझे धमकी दी तो मैंने यह कहा-
अस्पताल में सफाई का ठेका है और ठेकेदार ने ही 22 कर्मचारी और दो सुपरवाईजर नियुक्त किए हैं। सुपरवाईजर को हटाने का काम हमारा नहीं है। मैंने कहा कि यदि कर्मचारियों को समस्या है तो लिखकर दें और नोटिस जारी कर हटाने की कार्रवाई करवाई जाएगी। कर्मचारियों ने मुझे धमकी देते हुए कहा कि भदौरिया सुपरवाईजर दिखा तो उसका मर्डर कर देंगे। कर्मचारियों की धमकी सुनकर मैंने कहा था कि मुझसे खतरनाक सीएस नहीं मिलेगा। मैंने उन कर्मचारियों से लिखित शिकायत ले ली है, जिस पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ.एसएस छारी, सिविल सर्जन जिला अस्पताल अशोकनगर

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