कर्र निवासी किसान फारूख खां ने घर पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे से 16 क्विंटल चना तौलकर बेचने के लिए ट्राली से मंडी आए। मंडी में विमल ट्रेडर्स ने उनका चना खरीदा और जब वह व्यापारी के फड़ क्रमांक 58 पर अपना चना तुलवाने लगा तो चना 15 क्विंटल 11 किलो ही निकला। जो 89 किलो कम निकला। वहीं कर्र गांव का ही किसान किशनलाल अहिरवार भी घर 10 क्विंटल 75 किलो चना तौलकर लाया, उसकी भी मंडी में इसी फड़ पर तुलाई हुई, लेकिन फड़ पर चना 10 क्विंटल आठ किलो निकला और घर से तौलकर लाई गई मात्रा से 67 किलो कम निकला। बाद में किसान ने दूसरे तौल कांटे पर चना से भरे अपने बोरा को तुलवाया तो तौल के दौरान हुई अनाज की चोरी पकड़ में आ गई। इससे अन्य किसान भी एकत्रित हो गए। व्यापारी और तुलावट तो मौके से भाग गए, लेकिन कृषि मंडी की टीम ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। इससे किसान संघ के पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर और कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। साथ ही किसान संघ ने चेतावनी दे दी कि व्यापारी ने अनाज की चोरी की है यदि कार्रवाई नहीं की तो किसान भी व्यापारी के फड़ से अनाज लूट लेंगे। किसानों के हंगामें की जानकारी मिलने पर एसडीएम नीलेश शर्मा अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। जहां एसडीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को वास्तविक मात्रा के हिसाब से भुगतान कराया जाए। वहीं मामले की जांच के लिए टीम भी गठित की है।
इनका कहना है हम मंडी गए थे, जहां किसानों का आरोप था कि हर क्विंटल पर तीन-तीन किलो अनाज ज्यादा लिया गया, इससे उन 15 किसानों को हर क्विंटल पर तीन-तीन किलो ज्यादा अनाज की राशि काभुगतान कराया जा रहा है। जांच समिति गठित कर दी है और जांच प्रतिवेदन आने पर कार्रवाई की जाएगी।
नीलेश शर्मा, एसडीएम अशोकनगर किसानों ने खुद ही गड़बड़ी पकड़ी है, लेकिन मंडी के अधिकारी मामले को देखते रहे और कोई कार्रवाई नहीं की। इससे प्रशासन को फड़ पर बुलाया गया। किसानों के साथ लूट करने वाले व्यापारी का फड़ बंद कर एफआईआर कराना चाहिए।
जगरामसिंह यादव, प्रांत मंत्री भारतीय किसान संघ