अशोकनगर. किसान खेतों में बोवनी
की तैयारी में जुटे हुए हैं। कहीं बोवनी होने के बाद बारिश का इंतजार है तो
कहीं बोवनी के लिए। लेकिन बादल हैं कि झूम के बरसने का नाम ही नहीं ले रहे
हैं।
अशोकनगर. किसान खेतों में बोवनी की तैयारी में जुटे हुए हैं। कहीं बोवनी होने के बाद बारिश का इंतजार है तो कहीं बोवनी के लिए। लेकिन बादल हैं कि झूम के बरसने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। दो दिन तक काली घटनाएं छाई रहने के बावजूद बारिश न होने से किसान भी चिंतित हैं। जबकि जिले में औसत बारिश पिछले वर्ष से अधिक हो चुकी है।
भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 4 जुलाई 2016 तक कुल 175 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। उसकी तुलना में इस बार 10 एमएम बारिश अधिक हुई है। लेकिन जिला मुख्यालय से जिले के अधिकांश हिस्से को बारिश का इंतजार है। वहीं कुछ हिस्सों में पहली बारिश के बाद बतर मिलने पर कुछ किसानों ने बोवनी भी कर दी है। बोवनी कर चुके किसान फसल की बढ़वार के लिए और शेष रहे किसान को बोवनी के लिए बारिश की राह देख रहे हैं।
तीसरे दिन खिली धूप जिला मुख्यालय सहित जिले के अधिकांश हिस्सों में रविवार व सोमवार को घनी काली घटाएं छाई रहीं। सोमवार को दिन भर रुक-रुक फुहार भी गिरती रही, लेकिन बारिश नहीं हुई। वहीं मुंगावली व ईसागढ़ तहसील में 2-2 एम-एम बारिश दर्ज की गई। मंगलवार को दिन में बादल भी रहे और रुक-रुक धूप भी निकलती रही और उमस व गर्मी भी बढ़ गई। सोमवार की अपेक्षा में मंगलवार को अधिकतम तापमान में 3 और न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की बढ़त दर्ज की गई।
अब तक 185.5 एमएम बारिश जिले में इस साल अभी तक 185.5 एमएम बारिश हो चुकी है। इसमें सबसे अधिक बारिश चंदेरी तहसील में दर्ज की गई। यहां 326 मिमी बारिश इस सीजन में हो चुकी है। जबकि अशोकनगर में 127, ईसागढ़ में 128 एवं मुंगावली में 161 एमएम बारिश इस सीजन में हुई है।