किसानों ने किया महाप्रबंधक का घेराव
मंगलवार को भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसान बिजली कंपनी के महाप्रबंधक के कार्यालय पहुंचे। जहां महाप्रबंधक आरके सक्सेना को बुलाकर किसान उन्हें घेरकर खड़े हो गए और एक-दूसरे का हाथ पकड़कर निकलने का रास्ता बंद कर दिया। साथ ही महाप्रबंधक को कुर्सी लगा दी कि आप बीच में यहीं बैठना, करीब डेढ़ घंटे तक किसान इसी तरह उन्हें घेरे बैठे रहे, महाप्रबंधक ने निकलने के कई बहाने बनाए लेकिन किसानों ने नहीं जाने दिया। इससे किसानों व महाप्रबंधक के बीच बहस हुई। हालांकि महाप्रबंधक ने उन किसानों के फीडर का बिजली सप्लाई दिन में कराने का आश्वासन दिया।
महाप्रबंधक बोले मैं भी किसान हूं
किसान संघ ने कहा कि किसानों को बिजली कंपनी जानबूझकर परेशान कर रही है। मनमानी राशि वसूलकर अस्थाई कनेक्शन दिए और कड़ाके की सर्दी के बीच सिचाई को सिर्फ रात में बिजली दी जा रही है। इस पर महाप्रबंधक बोले कि मैं भी किसान हूं, तो किसान बोले यदि आप किसान होते तो इस तरह से कड़ाके की सर्दी में किसानों को जान-जोखिम में डालने मजबूर न करते। साथ ही किसानों ने वहीं से एसडीएम व पुलिस को फोन लगा खुद सूचना दी कि हम सिर्फ घेराव कर विरोध जता रहे हैं, नहीं तो हमारे ही खिलाफ प्रकरण दर्ज हो जाए।
एक माह के कनेक्शन के ले रहे 10 हजार
किसानों का आरोप है कि जिस किसान को चार महीने का कनेक्शन लेना है, तो उससे तो 10600 लिए ही जा रहे हैं। लेकिन जिन्हें एक या दो महीने का अस्थाई कनेक्शन लेना है, उनसे भी इतनी ही राशि जबरन वसूली जा रही है नहीं तो अस्थाई कनेक्शन नहीं दिया जाता है।
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बिजली कंपनी किसानों को पागल समझ रही है और कड़ाके की सर्दी में सिंचाई को सिर्फ रात में बिजली दे रहे हैं, इसलिए हमने महाप्रबंधक से कहा कि 20 हजार रुपए देंगे हमारे साथ खेत पर रातभर खड़े रहना, ताकि पता चल सके कि किसान किस तरह जान जोखिम में डालते हैं। हमारी मांग है कि छह घंटे दिन में व चार घंटे रात में बिजली दें।
-राजकुमार रघुवंशी, जिलाध्यक्ष भारतीय किसान संघ
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लोड़ न पड़े इसके लिए भोपाल से शेड्यूल दिया जाता है, दो ग्रुप में क्षेत्र को बांटकर एक जगह दिन में, दूसरे जगह रात में बिजली देते हैं। किसानों को समस्या है तो इनके फीडरों का तीन दिन में समय बदल देंगे, ताकि वह दिन में सिंचाई कर सकें।
-आरके सक्सेना, महाप्रबंधक, बिजली कंपनी अशोकनगर