हमें थाने में डाल दो
किसानों का कहना है कि कल से केंद्र बंद है। कल से कोई भी केंद्र पर नहीं आया जिसके कारण तोल हो सकें। कल से कोई तोल नहीं हो रही है। जब पुलिस कर्मचारी किसानों को हटाने पहुंचा तो किसानों ने कहा कि आप को हमें गिरफ्तार कर लो। कम से कम थाने में हमें दो वक्त खाने को भी मिलेगा।
3 दिन से है चक्काजाम
जानकारी के मुताबिक यहां किसान 3 तीन दिन से भूखे प्यासे खड़े हैं। कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं है। किसानों का कहना है कि हम किराएं का ट्रेक्टर लेकर आएं है। तीन दिन से किराया चढ़ रहा है। पर, सुध लेने वाला कोई नहीं है। इससे पहले भी किसान यहां चक्काजाम कर चुके है।
आम लोग भी परेशान
किसानों के चक्काजाम करने से सभी आम लोग भी फंसे हुए है। ट्रेक्टर, ट्राली, बसें, दो पहिया वाहन आदि। लोग खेतों मेें से वाहन निकालकर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
मौके पर पहुंचे यातायात प्रभारी
यातायात प्रभारी भरत नौटियाल मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन किसान वरिष्ठ अधिकारी के आने तक सड़क से हटने के लिए तैयार नहीं है। किसानों का आरोप है कि हर केंद्र पर खरीदी सही ढंग से चल रही है। तो फिर राती खेड़ा में ही दिक्कत क्यों आ रही है। किसानों ने बताया कि 3 दिन पहले भी जिस ट्राली को सर्वेयर पास कर चुका है। उसे भी अभी तक नहीं खोला गया जबकि इस संबंध में कलेक्टर, तहसीलदार और फूड अधिकारी सभी को बता चुके हैं। उन्होंने कहा 1 घंटे रुको 2 घंटे रुको कॉल हो जाएगी लेकिन कॉल नहीं हुई 2 दिन से तो खरीदी केंद्र पर कोई कर्मचारी आया ही नहीं है।
सरकार का हो रहा विरोध
वही किसानों ने सरकार को भी जमकर कोसा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिस योजना को महत्वकांक्षी योजना बताते हुए कहा था कि पूरा भारत इसे अपनाएगा उसी योजना से किसान नाराज नजर आए उन्होंने कहा कि सरकार हमारी लागत तक हमें नहीं दे पा रही है तो फिर काहे का भावांतर। सड़क जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की कतार लंबी होती जा रही हैं।
कलेक्टर की समझाइश पर माने किसान
अपर कलेक्टर की समझाइश के बाद किसान माने और सड़क से जाम हटाया गया। अपर कलेक्टर ने 2 घंटे के अंदर तुलाई चालू करवाने का आश्वासन दिया है। किसानों ने अपर कलेक्टर से सैंपल के नाम पर एक से 2 किलो उपज लेने और तय सीमा से अधिक बदन की कॉल करने की शिकायत भी की जिस पर अपर कलेक्टर ने जांच करवाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा किसानों ने समस्याओं से निपटने के लिए एक समिति का गठन कर केंद्र पर तैनात करने की मांग भी की जिस को अपर कलेक्टर ने मानते हुए 3 सदस्य कमेटी नियुक्त करने की बात कही। जिसमें एक पटवारी एक किसान और एक कृषि विभाग का कर्मचारी शामिल रहेगा।
केंद्रों का जायजा लेने भोपाल से गुना आएं आईएएस धनराजू
भोपाल से स्वास्थ्य विभाग के संचालक आईएएस धन राजू खरीदी केंद्रों का जायजा लेने के लिए आए हुए हैं। जिस समय किसानों ने जाम किया था उसी समय में जिला अस्पताल से खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करने के लिए निकल रहे थे और अपर कलेक्टर एके चंदेल भी उनके साथ मौजूद थे। जाम की सूचना मिलने पर अपर कलेक्टर अकेले राती खेड़ा के खरीदी केंद्र पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के संचालक ने खरीदी केंद्र तक जाकर किसानों की समस्या सुनने की जहमत नहीं उठाई जबकि उन्होंने बताया था कि वह भावांतर योजना में किसानों को आ रही समस्याओं को देखने यहां आए हैं।