पेट्रोल पंप के कर्मचारी सहोदरी निवासी राजकुमार यादव और आजाद मोहल्ला निवासी फारुख खां ने एसपी को दिए आवेदन में कहा कि पेट्रोल पंप संचालक अरुण दुबे उधारी में डीजल-पेट्रोल लेने वाले लोगों के खातों में हेरफेर कर राशि बढ़ाने का दबाव बनाता है। वहीं पंप संचालक डीजल-पेट्रोल में केरोसिन की मिलावट करवाता था, लेकिन हमने मिलावट करने से मना किया तो वह नाराज हो गया। इससे हमने मिलावट की शिकायत गांव के सरपंच से की तो सरपंच ने पेट्रोलियम मंत्री से शिकायत की है और उस मामले की जांच चल रही है। इसी से नाराज होकर पेट्रोल पंप संचालक ने उन दोनों पर झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया।
हेराफेरी की तो कैमरे में होगी कैद
पेट्रोल पंप के दोनों कर्मचारियों का कहना है कि पेट्रोल पंप पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और यदि उन्होंने डीजल-पेट्रोल में कोई हेराफेरी की है तो सीसीटीवी कैमरों में तो कैद हुई होगी। उन्होंने एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।