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ताले भी लगे रहे और मंडी से चोरी भी हो गए दो कंप्यूटर

locationअशोकनगरPublished: Aug 03, 2018 08:19:01 pm

मंडी में सुरक्षा पर लगे सवालिया निशान, अज्ञात चोरों पर एफआईआर दर्ज…

chori in mandi

ताले भी लगे रहे और मंडी से चोरी भी हो गए दो कंप्यूटर

अशोकनगर। जिले में स्थित मंडी में सुरक्षा के लिए जहां 2.80 लाख रुपए मासिक खर्च के 40 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं, फिर भी मंडी में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। हालत यह है कि रात के समय मंडी ऑफिस से दो कंप्यूटर चोरी हो गए, लेकिन एक भी कमरे का ताला नहीं टूटा। जिन कमरों में चोरी हुई, उनमें भी सुबह ताले लगे हुए मिले। इससे मंडी की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
मंडी कार्यालय के ऑफिस रूम में रखा भावांतर योजना का कंप्यूटर अज्ञात चोर कमरे का ताला तोड़े बिना ही रात को चोरी कर ले गए। वहीं मंडी सचिव के चेंबर में टेबल पर रखा मॉनीटर भी चोरी हो गया, जबकि इसी जगह पर सीसीटीवी कैमरों की एलइडी लगी हुई थी।

खास बात यह है कि मंडी में रात के समय छह गार्ड ड्यूटी पर थे और एक चौकीदार भी ऑफिस में ड्यूटी पर था। शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे चौकीदार शिवराम ने ऑफिस खोला तो कंप्यूटर और मॉनीटर गायब देखकर मंडी सचिव को जानकारी दी। लेकिन ताले तोड़े बिना ही कंप्यूटर चोरी होने जा जाने से पहले तो मंडी प्रबंधन जानकारी जुटाते रहे कि किसी ने हटाकर अन्य जगह तो नहीं रखे, लेकिन जब जानकारी नहीं मिली तो पुलिस थाने में मामले की एफआइआर कराई।

सीसीटीवी कैमरे भी बंद
मंडी कार्यालय में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन यह कैमरे बंद पड़े हुए हैं और चोरी की वारदात को देखकर लगता है कि चोरों को इसकी जानकारी थी और उन्होंने सचिव के चेंबर में सीसीटीवी की एलइडी के पास रखे मॉनीटर को भी नहीं छोड़ा।

इससे इस चोरी की वारदात में मंडी के ही किसी कर्मचारी की मिलीभगत की आशंका नजर आ रही हैं, क्योंकि चोरों ने जब ताले नहीं तोड़े और अंदर से कंप्यूटर चोरी होने के बावजूद भी बाहर गेटों पर ताले लगे मिले।
लाखों रुपए सफाई के नाम पर खर्च किए जा रहे हैं, मवेशी मंडी में नहीं घुसना चाहिए। मवेशियों पर रोक लगे तो इस तरह की घटनाएं नहीं होंगी। प्रतिदिन 40-50 मवेशी और बकरियां घुसी रहती हैं। मंडी बंद होने के बाद लोग गाय-भैंस टीन शेड में बांध देते हैं।
– गिरीश जैन, अध्यक्ष गल्ला व्यापारी संघ
मंडी में गाय-बैल, भैंस भरे रहते हैं और शेड भी गोबर से भरा रहता है। नीलामी बोली में भी दिक्कत आती हैं। बकरियां चराने लोग मंडी में आने लगे हैं और मंडी फड़ों पर चोरियां बढ़ रही हैं। सांड के हमले से व्यापारी को चोट आई है, आधे दिन की मंडी बंद की है और भविष्य में ऐसी घटना होने पर अनिश्चितकालीन बंद के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
– राजेश पालीवाल, सचिव ग्रेन मर्चेंट एसोएिशन
मंडी में गार्डों का ठेका होता है, लेकिन बाहर से आने वाले जानवरों और असामाजिक तत्वों को रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। आए दिन होने वाली घटनाओं पर मंडी प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है। पूर्व में भी कई बार ज्ञापन दे चुके हैं।
– श्रेयांश चौधरी, पूर्व अध्यक्ष ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन
दिन में ही चोर मंडी से अनाज चोरी कर ले जाते हैं, बार-बार शिकायत करने के बाद भी मंडी प्रबंधन कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है। सफाई और केंटीन का ठेका मंडी प्रशासन के चहेतों के पास है, इसलिए कोई कार्रवाई भी नहीं होती।
– अरविंद जैन टिंगू, व्यापारी प्रतिनिधि मंडी समिति

ताले टूटे बिना ही एक कंप्यूटर और एक मॉनीटर चोरी हो गया, इससे हम असमंजस में हैं कि आखिर चोरी कैसे हो गई। रिपोर्ट दर्ज कराई है और गार्ड सुपरवाइजर को नोटिस दिया है। मंडी में असामाजिक तत्वों के घुसने और मवेशियों के हमलों की समस्या को रोकने के लिए दीवार बनवाई जाएगी। वहीं सफाई ठेकेदार को भी निर्देश दिए गए हैं कि परिसर में मवेशी घूमते न मिलें।
– सुधीर शिवहरे, सचिव कृषि मंडी अशोकनगर

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