सामान्य सभा बैठक: सदस्य ने कहा जिपं को मजाक में लेते हैं अधिकारी,यादवेंद्र बोले हल्के में न लें बैठक
अशोकनगरPublished: Mar 24, 2022 09:33:07 pm
जिपं की बैठक में उठे कई मुद्दे, अधिकारियों के जवाब पर सदस्यों ने दी तीखी प्रतिक्रिया।
अशोकनगर. जिला पंचायत की बैठक में बिजली, गौशाला व समर्थन मूल्य खरीद सहित कई मुद्दे उठे, जिन पर अधिकारियों के जवाब पर सदस्यों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बिजली के मुद्दे पर चर्चा होना थी, लेकिन बिजली कंपनी के अधिकारी नहीं आए तो सदस्य ने कहा कि जिला पंचायत की बैठक को अधिकारी मजाक में लेते हैं, इस पर यादवेंद्रसिंह बोले कि बैठक को हल्के में न लें विभाग।
मामला जिला पंचायत की सामान्य सभा का है। जहां बिजली सब स्टेशन को लेकर समीक्षा होना थी, लेकिन बिजली अधिकारी मौजूद नहीं थे। इस पर जिपं सदस्य शीतल सत्येंद्र कलावत ने कहा कि बैठक को मजाक में लिया जाता है, अधिकारी आते नहीं, हम चर्चा किससे करें और क्या समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने बिजली बिल माफ करने की घोषणा की है, कोई बिजली अधिकारी बैठक में होते तो उनसे चर्चा कर पाते। साथ ही उन्होंने कहा कि बैठकों में न आने वाले ऐंसे विभागों के खिलाफ लिखा जाए और चेतावनी दें कि बैठक में आना जरूरी है। इस पर यादवेंद्रसिंह यादव ने कहा कि कोई भी अधिकारी बैठक को हल्के में न लें।
अधिकारी बोले पत्र लिखेंगे, सदस्य बोले कई बार लिखे जा चुके-
वहीं बैठक में शहर की पछाड़ीखेड़ा सड़क के बारे में चर्चा हुई। जुलाई माह में प्रभारी मंत्री हाथ जोड़कर अधिकारियों को इस सड़क की मरम्मत के निर्देश दे चुके थे, अब जिपं की बैठक में भी मुद्दा उठा। जिपं सदस्य शीतल सत्येंद्र कलावत ने कहा कि वहां से कई विभागों, स्वास्थ्य व कृषि अधिकारियों के आवास व पार्क का रास्ता है, लेकिन सड़क जर्जर है और पुलिया पर गहरा गड्ढ़ा हो गया, यदि कोई गड्ढ़े में गिरा तो उसकी मौत हो सकती है, क्या घटना का इंतजार हो रहा है। इस पर अधिकारी बोले पीआईयू को पत्र लिखेंगे, तो सदस्य ने कहा कई बार लिखे जा चुके ऐंसे पत्र।
दैलवार बोले रसूखदार चला रहे गौशाला, जिनमें गाय नहीं-
जिले में 32 शासकीय गौशालाएं हैं और उनमें 2064 गाय-बैल होना बताया गया। इस पर जिपं सदस्य बाबूलाल दैलवार ने कहा कि गौशालाओं के जो आंकड़े बताए जा रहे हैं, उतने गाय-बैल उनमें नहीं है। रसूखदार गौशाला चला रहे हैं और पैसा ले रहे हैं। साथ ही बाबूलाल दैलवार ने कहा कि शासकीय खरीद में गड़बड़ी होने या दिक्कतें आने पर हमें कोई अधिकार हैं क्या, तो अधिकारी बोले खूब जाइए चैक करें, यदि गड़बड़ी हो तो आवाज भी उठाओ।