गुरुवार शाम को तेज हवा के साथ मुंगावली क्षेत्र के जनकपुर खिरिया और पठारी गांव में करीब एक मिनिट तक चने के आकार के ओले गिरे। वहीं अथाईखेड़ा क्षेत्र के दर्जनभर गांवों और अशोकनगर के ग्रामीण क्षेत्र में करीब आधा घंटे तक तेज बारिश हुई। इसके अलावा जिले में अन्य जगहों पर भी शाम के समय दो बार तेज बूंदाबांदी हुई। इससे किसान अपनी कटी रखी फसलों को बचाने के लिए तिरपालों से ढंकने के प्रयास करते दिखे, लेकिन तेज हवा से उनके प्रयास सफल नहीं हो सके। तो वहीं शहर में तेज हवा के वजह से धूल के गुबार उड़ते रहे।
खेतों में कटी रखी फसलें भीगीं, गेहूं में भी नुकसान जहां फसलों की कटाई चल रही है और गेहूं भी पक चुका है। ऐसे में हुई इस बारिश ने फसलों में नुकसान पहुंचाया है। किसानों के मुताबिक पकी खड़ी गेहूं की फसल की बाली में पानी भर जाने से गेहूं में चमक नहीं रहेगी और दाना दागी हो जाएगा, साथ ही थ्रेसिंग के बाद इस गेहूं में कीड़े लगने की आशंका रहती है। डंगोरा के किसान सुनील रघुवंशी के मुताबिक खेतों में कटी रखी फसलें भीग गईं और गेहूं की फसल में भी नुकसान हुआ है। यही समस्या अन्य गांवों के किसानों ने बताई।
राजस्थान में बने सर्कुलेशन बना कारण मौसम अधिकारियों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के चलते पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र में साईक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। इसी वजह से क्षेत्र में यह बारिश हुई। मौसम विभाग ने क्षेत्र में आज भी गरज-चमक के साथ बारिश की आशंका जताई है और जिले में यलो अलर्ट भी जारी किया गया है।