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बीमार बच्चों को लेकर घंटों लाइन में लगीं महिलाएं, तो कई मरीज पर्चे के इंतजार में नीचे लेटे रहे

locationअशोकनगरPublished: May 28, 2019 11:26:39 am

Submitted by:

Arvind jain

स्वास्थ्य: जिला अस्पताल में ढ़ाई गुना संख्या में पहुंचे मरीज, 15 फीसदी से अधिक उल्टी-दस्त से पीडि़त।

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बीमार बच्चों को लेकर घंटों लाइन में लगीं महिलाएं, तो कई मरीज पर्चे के इंतजार में नीचे लेटे रहे

अशोकनगर. मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढऩे से सोमवार को जिला अस्पताल में करीब ढ़ाई गुना मरीज पहुंचे। इससे पर्चा बनवाने के लिए सुबह से ही लंबी मरीजों की लंबी लाइन लग गई। ऐसे में पर्चे बनने की धीमी गति उनकी परेशानी बनी। हालत यह रही कि बीमार बच्चों को गोद में लेकर महिलाएं घंटों लाइन में लगी रहीं, तो वहीं कई मरीज ज्यादा हालत खराब होने से पर्चे बनने के इंतजार में नीचे जमीन पर ही पड़े रहे।

भीड़ और गर्मी की वजह से कई मरीजों की लाइन में लगे हुए ही तबीयत और बिगढ़ गई, इससे वह लाइन में ही बैठकर अपनी बारी आने का इंतजार करते दिखे। नतीजतन लंबे इंतजार के बाद भी पर्चे नहीं बन पाए तो कई मरीजों को बिना इलाज ही वापस लौटना पड़ा। सोमवार को दोपहर एक बजे तक जिला अस्पताल में 767 मरीजों के पर्चे बने, जिनमें करीब 120 यानी 15 फीसदी से अधिक मरीज उल्टी-दस्त से पीडि़त थे। जिन्हें पर्चे बनवाने के लिए घंटों परेशान होना पड़ा। इसके अलावा अन्य मरीजी में ज्यादातर मौसमी बीमारियों से पीडि़त थे।

दो कंप्यूटर, फिर भी पर्चे बनने की धीमी रफ्तार-
जिला अस्पताल में ओपीडी पर्चे बनने के लिए महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग दो काउंटर हैं और दोनों काउंटरों पर कंप्यूटर से पर्चे बनते हैं। लेकिन पर्चे बनने की रफ्तार धीमी होने से मरीजों को परेशान होना पड़ता है और जिस दिन मरीजों की संख्या बढ़ जाती है उस दिन ज्यादा लंबे समय तक लाइनें लगी रहती हैं। वहीं इन्हीं काउंटरों पर भर्ती के पर्चे बनते हैं। लोगों की मांग है कि अस्पताल में पर्चे बनने वाले कंप्यूटरों की संख्या बढ़ाना चाहिए।
अनियंत्रित होकर पलटा ट्रैक्टर, चालक समेट पांच लोग घायल

उधर शादी कार्यक्रम में शामिल होने जाते समय अचानक अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर पलट गया। ट्रैक्टर में चालक और बच्चों सहित छह लोग बैठे हुए थे। ट्रैक्टर पलटने से जहां अन्य लोग तो दूर जाकर गिए, लेकिन एक पिता-पुत्र ट्रैक्टर के नीचे दब गए। घटना को देखकर तुरंत दौड़कर पहुंचे ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के नीचे दबे पिता-पुत्र को बाहर निकाला। इस घटना में ट्रैक्टर सवार सभी पांच लोग घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना सोमवार को क्षेत्र के डंगोराफूट गांव के पास की है। डंगोराफूट निवासी 45 वर्षीय रामदयाल पुत्र पूरनचंद अपने बच्चों के साथ ट्रैक्टर से शादी कार्यक्रम में शामिल होने अशोकनगर आ रहे थे।
गांव से कुछ दूरी पर चलते ही अचानक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलटकर सड़क किनारे गिर गया। ट्रैक्टर पलटने से रामदयाल और उसका 14 वर्षीय बेटा रवि ट्रैक्टर के नीचे दब गए। जिन्हें लोगों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। हालांकि इस घटना में रामदयाल का हाथ टूट गया और उसके बेटे का पैर टूट गया। वहीं 10 वर्षीय बब्ली पुत्र रामदयाल, 5 वर्षीय छोटू पुत्र रामदयाल और बैधाई गांव निवासी ट्रैक्टर चालक चरण लोधी घायल हो गए। लोगों ने डायल 100 पर सूचना दी तो पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
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