जिले के आनंदपुर में आयोजित बैसाखी मेले के समापन के बाद घर वापस लौटने के लिए हजारों की संख्या में संगतें स्टेशन पर पहुंची। इससे प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ हो गई और ट्रेनों में बैठने के लिए दिनभर इसी तरह से हालात बने रहे और महिलाएं एक हाथ में बच्चों व दूसरे हाथ में बैग लेकर ट्रेन में घुसने की मशक्कत करती दिखीं। कई कोचों के अंदर से गेट बंद होने से यात्रियों में बहस भी हुई और वहीं ट्रेन में चढऩे व उतरने की जल्दबाजी में बच्चों को गोद में लिए महिलाएं धक्कामुक्की के बीच फंस गईं। हालांकि बाद में जीआरपी ने ट्रेनों के गेट खुलवाए, लेकिन जगह की कमी से यात्रियों को बैठने की बात तो दूर ट्रेनों में खड़े होने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं मिली।
संगतों को लेकर वापस लौटी विशेष ट्रेन आनंदपुर मेले के लिए संगतों को लेकर दिल्ली से विशेष ट्रेन स्टेशन पर आई थी, जो मेले के समापन के दूसरे दिन फिर संगतों को वापस लेने के लिए स्टेशन पर आई। विशेष ट्रेन में पूर्व से निर्धारित यात्रियों को बिठाया और विशेष ट्रेन वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
इधर, 40 फिट चौड़ी सड़क पर अतिक्रमण से लगा जाम अथाईखेड़ा. अशोकनगर-विदिशा हाइवे सड़क पर अतिक्रमण के कारण आए दिन जाम के हालात बन रहे हैं। जिसके कारण वाहन चींटी के तरह रैंगते नजर आते है और घंटों बाद सड़क पर लगा जाम
खुलता है। सड़क की चौड़ाई ४० फिट है जो अतिक्रमण के कारण २५ फिट बची है उसी में दुकानों के आगे वाहन चालक अपने वाहन खड़े कर देते है। जिससे सड़क और सकरी हो जाती है। सोमवार को अतिक्रमण के कारण जाम लग गया जिसमें वाहन रैंगते नजर आए और घंटो बाद जाम खुला। जाम का मुख्य कारण है कि सड़क पर दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों का सामान रख दिया जाता है वहीं दुकान पर आए ग्राहक अपने वाहन सड़क पर रख पार्क कर देते हैं जिससे जाम के हालात बन जाते हैं। वहीं टैक्सी चालक अपनी टैक्सी मेें आवश्यकता से ज्यादा सवारी भरकर ले जाते है जिससे हादसे का अंदेशा लगा रहता है।