शव वाहन में डीजल नहीं तो भटकते रहे 4 मृतकों के परिजन, सीएमएचओ ने कहा मंहगे मोबाइल लेकिन डीजल का पैसा नहीं, लोग बोले अस्पताल पर प्राइवेट लिख दो
- बाद में नपा ने भरवाया डीजल, तब शव वाहन ने घरों तक पहुंचाए दो शव।
अशोकनगर
Published: April 24, 2022 09:01:19 pm
अशोकनगर. अस्पताल में रखे शव वाहन में डीजल न होने से चार मृतकों के परिजन शव लेकर घंटों भटकते रहे और एक शव तो डेढ़ घंटे तक अस्पताल गेट पर रखा रहा। सीएमएचओ पहुंचे तो परिजनों ने बहस की। सीएमएचओ बोले इतने मंहगे मोबाइल रखे हुए हो लेकिन तुम्हारे पास डीजल के भी पैसे नहीं है, तो मृतकों के परिजन बोले अस्पताल पर प्राइवेट लिख दो। बाद में नपा ने डीजल भरवाया, तब शवों को घरों तक पहुंचाया गया।
मामला जिला अस्पताल का है, चार लोगों की मौत होने पर परिजन शव घरों तक ले जाने के लिए शव वाहन को ढूंढते रहे, लेकिन शव वाहन के कर्मचारी ने डीजल न होने की बात कहकर मना कर दिया। इससे उन्होंने कलेक्टर, सीएमएचओ और जनप्रतिनिधियों को फोन लगाए। जानकारी मिली तो सीएमएचओ डॉ.नीरजकुमार छारी जिला अस्पताल पहुंचे। जहां लोगों ने नाराजगी जताई तो सीएमएचओ ने कहा कि अस्पताल में शव वाहन का कोई बजट नहीं होता है। परिजनों ने कहा कि उनके पास कोई व्यवस्था नहीं है। इसी बात पर परिजनों व सीएमएचओ के बीच बहस हुई। हालांकि बाद में नपा ने शव वाहन में डीजल भरवाया।
सीएमएचओ बोले नपा का वाहन, नपा ने कहा हमारा नहीं-
सीएमएचओ ने कहा कि अस्पताल में नपा का शव वाहन है, उन्हीं का ड्राइवर है और वही इसमें डीजल भरवाते हैं। नपा सीएमओ ने कहा कि उनका वाहन तो बंद है और यह शव वाहन अस्पताल का है और अस्पताल को उसमें डीजल भरवाना चाहिए। साथ ही नपा सीएमओ ने कहा कि वह सिर्फ उनके वाहन में भी डीजल भरवाएंगे और नपा क्षेत्र में ही शव निशुल्क पहुंचाएंगे।
चार मृतकों के परिजन होते रहे परेशान-
1. चार घंटे करते रहे शव वाहन का इंतजार-
मढ़ी निवासी 70 वर्षीय भंवरीबाई पत्नी सिरनामसिंह लोधी चार दिन से अस्पताल में भर्ती थीं, सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजन शव वाहन का इंतजार करते रहे, कर्मचारी ने डीजल न होने की बात कही। इससे करीब चार घंटे तक शव वाहन का इंतजार करते रहे।
2. दो माह पहले हुई शादी, पटरी पर मिला मृत-
कोहरवास निवासी 25 वर्षीय रविंद्र पुत्र कमलसिंह का आरटीओ ऑफिस के पीछे रेलवे लाइन पर शव पड़ा मिला। जिसकी फरवरी में शादी हुई थी, रेल पटरी पर शव मिला। परिजन दो घंटे शव वाहन का इंतजार करते रहे, बाद में निजी वाहन मंगाकर शव लेकर गए।
3. रात में हुई उल्टियां, अस्पताल में हुई मौत-
गुपलिया निवासी 28 वर्षीय रामकृष्ण पुत्र कमलसिंह रात में शराब के नशे में घर पहुंचा, जिसे अचानक उल्टियां होने लगीं। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने शव वाहन में शव रखा, 3 घंटे तक इंतजार करते रहे, बाद में किराए का वाहन मंगाया।
4. डेढ़ घंटे अस्पताल गेट पर रखा रहा शव-
सेजी गांव निवासी 28 वर्षीय रानी पत्नी अमरसिंह की रात में अचानक तबीयत बिगढ़ी तो परिजन जिला अस्पताल लेकर आए। जहां इलाज के दौरान सुबह उसकी मौत हो गई। परिजन शव वाहन के इंतजार में डेढ़ घंटे तक रुके रहे, डेढ़ घंटे तक शव अस्पताल गेट पर रखा रहा।
वर्जन-
अस्पताल का वाहन है, अस्पताल प्रशासन डीजल भरवाएगा और नपा के वाहन में हम भरवाएंग। कोरोना में नपा ने शव वाहन चालू कराया था। नपा का वाहन रखा हुआ है, जिसे हम कल से चालू कराएंगे और शहर क्षेत्र में निशुल्क शव पहुंचाएंगे व ग्रामीण क्षेत्र में निश्चित राशि रहेगी।
प्रियंकासिंह, सीएमओ नपा अशोकनगर
जिला अस्पताल के पास शव वाहन का कोई बजट नहीं है, नपा का वाहन है और वहीं लोग डीजल भरवाते हैं। बाद में नपा ने व्यवस्था कर दी तो शव भेज दिए गए। समाजसेवियों की मदद से शव वाहन चालू किया जा सकता है।
डॉ.नीरजकुमार छारी, सीएमएचओ

समस्या: शव वाहन में डीजल नहीं तो भटकते रहे 4 मृतकों के परिजन, सीएमएचओ पहुंचे हुई बहस।
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