घटना रात करीब साढ़े दस बजे शहर के शांतिनाथ मंदिर रोड पर स्थित नाश्ते की दुकान की है। धमेंद्र पुत्र ओमकार शर्मा की दुकान पर तीन युवक मौजूद थे। दुकान पर रखे एक सिलेण्डर में गैस रिसाव हो गया और आग लगने से अचानक धमाका हो गया। इससे दुकान में मौजूद धमेंद्र पुत्र ओमकार शर्मा, धमेंद्र पुत्र राजकुमार नामदेव और रामबाबू पुत्र शिवनारायण सेन झुलस गए।
घटना इतनी भयानक थी कि दुकान का शटर टूटकर 20 फिट दूर सामने स्थित दुकान के शटर पर जाकर गिरा और गेट भी टूट गए। वहीं दुकान की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं। रात के समय ही लोगों ने तीनों घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। धमेंद्र पुत्र राजकुमार नामदेव करीब 60 से 70 फीसदी तक झुलसा होने से परिजनों ने उसे इलाज के लिए भोपाल में भर्ती कराया है, वहीं अन्य दोनों घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और घटना की जांच की। साथ ही घायलों के बयान भी लिए गए।
घायल बोले चाय बनाने तीली जलाई तो हुआ हादसा-
घायलों के मुताबिक रात में दुकान बंद होते समय चाय बना रहे थे। इसके लिए शटर बंद कर लिया था और चाय बनाने के तीली जलाई तो सिलेण्डर से रिस रही गैस ने आग पकड़ ली और गैस के रिसाव के साथ तेज स्पीड से आग निकली और दुकान में धमाका हो गया।
घायल दुकानदार धमेंद्र शर्मा का कहना है कि शादी के कार्यक्रम के लिए एक सिलेण्डर दिया था, जहां से सिलेण्डर वापस आया तो उसमें गैस रिसाब हो रही थी और अचानक से सिलेण्डर ने आग पकड़ ली। इससे हादसा हो गया। हालांकि कुछ लोग रीफिलिंग करने की बात कह रहे हैं, लेकिन दुकानदार और अन्य दोनों घायल इस बात से इंकार कर रहे हैं और उनका कहना है कि हम तो सिर्फ चाय पीने के लिए गए थे।
शहर में पहले भी हो चुके हैं हादसे-
शहर में गैस से आग लगने का यह पहला ही मामला नहीं है। बल्कि इससे पहले शहर के पछाड़ीखेड़ा रोड पर भी एक दुकान में रात के समय आग लग गई थी। जिसका कारण दुकान में गैस की रीफिलिंग को बताया गया था और सिलेण्डरों में गैस रीफिलिंग करते समय दुकान में आग लग गई थी। हालांकि दुकान में मौजूद लोग आग लगती देख भाग गए थे, लेकिन दुकान में रखा सामान जल गया था।
शहर में कई जगह चल रहा रीफिलिंग का कारोबार-
शहर में मिलन तिराहा, पछाड़ीखेड़ा रोड, नगेश्री चौराहा और विदिशा रोड सहित कई जगहों पर दुकानों में ही गैस की रीफिलिंग का कारोबार बेखौफ होकर चल रहा है। जबकि इन जगहों पर दिन के समय सैंकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती है। इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।