कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि आज का दिन महिलाओं के लिए यादगार वाला दिन है। नारी अबला नही रही वह सशक्त होकर नित्य नई चीजों का सृजन कर रही है। वह अपनी अंदर की क्षमताओं का उपयोग समाज एवं देश के सेवा के लिए उच्च पदों पर आसीन होकर कर रही है। वह घर एवं बाहर दोनों जगह बैंलेंस बनाकर चलती है। महिलाएं अपने दायित्वों का पूर्ण रूप से निर्वहन कर रही है। उन्होंने कहा कि नारी तो श्रृद्धा का रूप है।
महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए उन्हें स्वरोजगार के अवसर दिलाये जाए। साथ ही बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाई जाए। जिससे वे उन्हें शीर्ष पदों पर आसीन होकर नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि महिलाओ पर अत्याचार रोकने हेतु घरेलू हिंसा का कानून लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शासन द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। महिलाएं इन योजनाओं का लाभ लें और अपनी बहनों को भी इन योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करें।
एडवोकेट रेखा नामदेव ने कहा कि महिलाओं को अपने हक के लिए आगे आना होगा। महिलाएं अपनी शक्ति को पहचाने। महिलाए कठिन से कठिन समस्याओं का सामना स्वंय करती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं शक्ति कौशल एवं विवेक से घर एवं बाहर का कार्य सफलता पूर्वक करती है।
महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे आना होगा और अपने अधिकारों का समझना होगा। शिक्षा से ही शक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि मां स्वरूपा नारी शक्ति का प्रतीक है और शक्ति ही नारी का प्रतीक है। कार्यक्रम को अन्य महिलाओं ने भी संबोधित किया। इस दौरान शौर्या दल के सदस्यों का सम्मान किया गया।