किसान संघ ने कहा कि किसानों को बिजली कंपनी जानबूझकर परेशान कर रही है। मनमानी राशि वसूलकर अस्थाई कनेक्शन दिए और कड़ाके की सर्दी के बीच सिचाई को सिर्फ रात में बिजली दी जा रही है। इस पर महाप्रबंधक बोले कि मैं भी किसान हूं, तो किसान बोले यदि आप किसान होते तो इस तरह से कड़ाके की सर्दी में किसानों को जान-जोखिम में डालने मजबूर न करते। साथ ही किसानों ने वहीं से एसडीएम व पुलिस को फोन लगा खुद सूचना दी कि हम सिर्फ घेराव कर विरोध जता रहे हैं, नहीं तो हमारे ही खिलाफ प्रकरण दर्ज हो जाए।
आरोप: एक महीने के कनेक्शन के भी लिए जा रहे 10 हजार
किसानों का आरोप है कि जिस किसान को चार महीने का कनेक्शन लेना है, तो उससे तो 10 हजार 6 00 लिए ही जा रहे हैं। लेकिन जिन्हें एक या दो महीने का अस्थाई कनेक्शन लेना है, उनसे भी इतनी ही राशि जबरन वसूली जा रही है नहीं तो अस्थाई कनेक्शन नहीं दिया जाता है।
किसानों का आरोप है कि जिस किसान को चार महीने का कनेक्शन लेना है, तो उससे तो 10 हजार 6 00 लिए ही जा रहे हैं। लेकिन जिन्हें एक या दो महीने का अस्थाई कनेक्शन लेना है, उनसे भी इतनी ही राशि जबरन वसूली जा रही है नहीं तो अस्थाई कनेक्शन नहीं दिया जाता है।
राजकुमार रघुवंशी, जिलाध्यक्ष भारतीय किसान संघ लोड़ न पड़े इसके लिए भोपाल से शेड्यूल दिया जाता है, इससे दो ग्रुप में क्षेत्र में को बांटकर एक जगह दिन में व एक जगह रात में बिजली देते हैं। इन किसानों को समस्या है तो इनके फीडरों का तीन दिन में समय बदल देंगे, ताकि वह दिन में सिचाई कर सकें।
आरके सक्सेना, महाप्रबंधक बिजली कंपनी अशोकनगर