अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित अशोकनगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जजपालसिंह जज्जी की जाति को फर्जी बताते हुए भाजपा प्रत्याशी लड्डूराम कोरी, निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश अहिरवार, जीवनदास और बीपीसिंह ने लिखित आपत्ति दर्ज की थी। साथ ही लोकायुक्त में दर्ज प्रकरण को छिपाने और विधिपूर्ण शपथ पत्र न होने का आरोप लगाते हुए तीन आपत्तियां दर्ज की थीं।
इसके लिए दोनों ही पक्षों की तरफ से दिल्ली, भोपाल और ग्वालियर से वकील भी आए थे, जिन्होंने रिटर्निंग ऑफीसर कार्यालय में आपत्तियों पर बहस की थी और अपने-अपने पक्ष को मजबूत बताया था। रिटर्निंग ऑफीसर नीलेश शर्मा ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद मंगलवार को दोपहर दो बजे निर्णय सुनाने का समय निर्धारित किया था। इसके लिए कांग्रेस प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे।
लेकिन आपत्तिकर्त नहीं पहुंचे। जहां पर रिटर्निंग ऑफीसर ने अपना निर्णय सुनाया कि जजपालसिंह को तीन नबंवर 2008 को नट अनुसूचित जाति का जाति प्रमाण पत्र सक्षम अधिकारी द्वारा जारी किया गया, जिसे प्रदेश स्तरीय छानबीन समिति ने 25 सितंबर 2013 को निरस्त कर दिया था।
छानबीन समिति के आदेश को हाई कोर्ट ग्वालियर की युगलपीठ ने 25 अक्टूबर 2013 को जारी आदेश में अंतिम निराकरण तक स्थगित कर दिया। इस स्थगन आदेश को आधार मानकर रिटर्निंग ऑफीसर ने जाति प्रमाण पत्र लगी आपत्ति को यह कहते हुए स्थगित कर दिया कि हाई कोर्ट का स्थगन आदेश अभी प्रभावशील है।
आपत्ति लगने और बाहर से आए वकीलों द्वारा की गई बहस के बाद जब रिटर्निंग ऑफीसर ने दूसरे दिन दोपहर दो बजे निर्णय सुनाने का समय निर्धारित कर दिया।
दूसरी आपत्ति: उच्चतम न्यायालय द्वारा एक क्रिमिनल अपील में 28 मार्च 2018 को में आदेश जारी किया है स्थगन छह माह तक मान्य रहेगा।
मंगलवार को अशोकनगर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र अहिरवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इससे विधानसभा सीट पर 15 अभ्यर्थी शेष बचे हैं, जिनमें 6 निर्दलीय हैं। वहीं मुंगावली विधानसभा में 19 प्रत्याशी हैं, जिनमें दस निर्दलीय हैं। चंदेरी विधानसभा में 23 अभ्यर्थी मैदान में हैं, जिनमें 12 निर्दलीय अभ्यर्थी हैं। बुधवार को दोपहर तीन बजे तक नामांकन वापसी का अंतिम समय है। इससे अभ्यर्थी अब कई निर्दलीय अभ्यर्थियों को नामांकन वापस लेने के लिए मनाने में जुट गए हैं।
बुधवार को दोपहर तीन बजे के अभ्यर्थियों की अंतिम सूची जारी होगी और इसके बाद अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्ह वितरित किए जाएंगे। इसके लिए अभ्यर्थियों ने चुनाव चिन्हों के विकल्प भर दिए हैं। ज्यादातर ने तो अलग-अलग चुनाव चिन्ह मांगे हैं, लेकिन मुंगावली के दो निर्दलीय अभ्यर्थियों ने भिंडी चुनाव चिन्ह की मांग की है।
-भाजपा ने मैदान से हटाने के लिए यह षडयंत्र रचा था, लेकिन हमें कानून पर भरोसा था और भाजपा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। वहीं जनता भी इस षडयंत्र को जानती थी। -जजपालसिंह जज्जी, कांग्रेस प्रत्याशी अशोकनगर