मामला शहर के बरखेड़ी स्थित शासकीय बालक अजा महाविद्यालयीन छात्रावास के का है। यहां रहने वाले छात्रों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर शिष्यवृत्ति और भत्ता न मिलने की शिकायत की थी। साथ ही छात्रावास में अव्यवस्थाओं की भी शिकायत की थी। छात्रों की शिकायत की जांच के लिए जब संयुक्त कलेक्टर भूपेंद्र गोयल छात्रावास पहुंचे, तो बिजली की सही फिटिंग न होने से जगह-जगह बिजली केबिलें लटकती मिलीं। साथ ही शौचालय व स्नानागार टूटे पड़े मिले और साफ-सफाई न होने से जगह-जगह गंदगी फैली हुई थी। इस पर संयुक्त कलेक्टर ने नाराजगी जताई। साथ ही वहां उपस्थित मिले छात्रों से मिलने वाले खाना की गुणवत्ता के बारे में भी पूछा। संयुक्त कलेक्टर का कहना है कि अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है।
खर्च लाखों हो रहे, लेकिन व्यवस्थाएं कुछ भी नहीं-
यह सिर्फ एक ही छात्रावास की बात नहीं, बल्कि जिले के ज्यादातर छात्रावासों की हालत यही है। जहां पर हर साल बच्चों की सुविधाएं और व्यवस्थाओं के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। जबकि हकीकत में कई जगहों पर छात्रों को तेल-साबुन तक घर से लाकर इस्तेमाल करना पड़ता है। वहीं अव्यवस्थाओं के चलते छात्रों को छात्रावासों में परेशानियों के बीच रहना पड़ता है। लेकिन इस पर विभाग तो अनभिज्ञ बना ही रहता है, प्रशासन भी गंभीरता नहीं दिखाता। नतीजतन गड़बडिय़ों को खेल बेरोकटोक जारी रहती है।