जानकारी पोर्टल पर दर्ज हो चुकी थी
भू-अभिलेख कार्यालय अनुसार जिले में 3.24 लाख किसान खाते हैं, जिनमें से योजना के लिए पात्र 2.36 हजार किसान खातों को ही माना गया है। जिनकी पोर्टल पर फीडिंग करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई थी। शाम को चार बजे तक जिले के 97 हजार 804 किसान परिवारों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज हो चुकी थी, लेकिन इनमें से 66 हजार 560 किसान परिवार ही योजना के लिए फाइनलाइज हो सके। हालांकि देर शाम तक काम चलने से फाइनलाइज हो चुके किसान परिवारों की संख्या बढ़कर 67 हजार तक पहुंचने की संभावना है। इससे अब इन्हीं 67 हजार किसानों को योजना की पहली किश्त मिल सकेगी।
शेष किसानों को नवंबर तक करना होगा इंतजार-
विभाग के मुताबिक इस योजना के तहत जिन किसान परिवारों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सकी, अब उन किसान परिवारों की जानकारी दर्ज करने के लिए शासन से मिलने वाले आदेश का इंतजार रहेगा। इससे अब जिले के इन शेष किसानों को योजला का लाभ पाने के लिए नवंबर माह तक इंतजार करना पड़ेगा।
दस्तावेज जमा नहीं कराए
इसके बाद ही वह योजना के लिए चयनित हो सकेंगे। हालांकि पटवारियों का कहना है कि पोर्टल पर दर्ज करने के लिए ज्यादातर वही किसान शेष रह गए हैं, जिनके सम्मिलित खाते हैं और सम्मिलित सभी सदस्यों ने अपने दस्तावेज जमा नहीं कराए।
जिले में वैसे तो 3.24 लाख किसान खाते हैं, लेकिन इनमें से जिले में योजना के लिए 2.36 लाख किसान ही पात्र पाए गए। ज्यादातर वही किसान फीडिंग से शेष रह गए हैं, जिनके सम्मिलित खाते हैं और उन सम्मिलित सभी सदस्यों ने अपने दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए हैं।
नरेंद्रकुमार पांडेय, प्रभारी एसएलआर भू-अभिलेख कार्यालय अशोकनगर