अंधेरे का फायदा उठाकर तांका झांकी चलती रही। हॉल में सेमेस्टर के 1500 छात्र ने परीक्षा दे रहे और परीक्षा के समय बारिश हो जाने से कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में बैठे छात्रों के ऊपर छत से पानी गिरने लगा। देखते ही देखते छात्र-छात्राओं की टेबल पर पानी की धार लग गई और उनकी पेपर और कॉपियां तक भीगने लगी, इसके बाद आनन-फानन में शिक्षकों ने छात्रों को गैलरी और अन्य जगह शिफ्ट किया। जहां 2 छात्रों को बैठना था वहां 3 और 4 छात्रों को बैठा दिया गया।
वहीं कई छात्र छात्राओं को जगह न मिलने से परेशान होते नजर आए इस दौरान शिक्षकों और छात्रों के बीच कई जगह बहस भी होती रही। इस दौरान शिक्षक व्यवस्थाएं करते नजर आए तो वहीं छात्र-छात्राएं ने खूब ताका-झांकी कर टिप्पणी करते रहे। ऑडिटोरियम हाल में बारिश का पानी घुस जाने से पूरे हॉल में पानी भर गया, वही बिजली ना होने से पूरी कक्ष में अंधेरा छाया जहां छात्र छात्राओं ने परीक्षा दी।
आधे घंटे तक परेशान हुए छात्र
परीक्षा कक्ष में पानी टपकने से रोल नंबर पर बैठे छात्र छात्राएं टेबलें उठा कर अपनी जगह बैठ गए, वहीं कुछ छात्र-छात्राएं जगह न मिलने के कारण इधर उधर भटकते नजर आए। इस दौरान ड्यूटी कर रहे स्टाफ के साथ परीक्षार्थियों की बहस होती रही। परीक्षार्थियों का कहना था उन्हें स्टाफ द्वारा यह नहीं बताया जा रहा कि उनका रोल नंबर कहां और उन्हें कहां बैठना है। ऐसे में छात्र-छात्राएं कॉलेज परीक्षा कक्षों के चक्कर काटते रहे।